AIIMS पैनल ने खारिज की सुशांत सिंह राजपूत मामले में हत्या की बात- रिपोर्ट
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में शनिवार को सनसनीखेज खुलासा हुआ है। दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपी गई अपनी अंतिम रिपोर्ट अभिनेता की हत्या की बात को खारिज किया है। पैनल ने कहा है कि अभिनेता की हत्या नहीं की गई थी, यह केवल आत्महत्या का ही मामला है। बता दें कि मामले में अभिनेता के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया था।
जून में अपने फ्लैट में मृत मिले से सुशांत
सुशांत सिंह 14 जून को मुंबई के बांद्रा इलाके में स्थित अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे। वह सिर्फ 34 साल के थे। रिपोर्ट्स के अनुसार सुशांत पिछले छह महीनों से डिप्रेशन का इलाज करवा रहे थे। मुंबई पुलिस ने इसे आत्महत्या का मामला बताया था। हालांकि, उनके परिवार के पुलिस के दावों को खारिज करते हुए उनकी प्रेमिका रिया चक्रवर्ती पर उन्हें आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का आरोप लगाया था। बाद में मामला CBI सौंपा गया था।
अपनी जांच के साथ पैनल की रिपोर्ट को जोड़ रही CBI
रिपोर्ट्स के अनुसार डॉ सुधीर गुप्ता नेतृत्व वाले AIIMS पैनल ने जांच पूरी कर ली है और CBI को अपनी चिकित्सीय-कानूनी राय देने के बाद फाइल बंद कर दी है। बता दें AIIMS टीम को दिवंगत अभिनेता की विसरा रिपोर्ट और अन्य मेडिकल रिपोर्टों की फिर से जांच करने का काम सौंपा गया था। पैनल ने अपनी रिपोर्ट में आत्महत्या की बात कही है। ऐसे में CBI अब उस रिपोर्ट के साथ अपनी जांच की कड़ियों को जोड़ रही है।
AIIMS पैनल ने सुशांत का पोस्टमार्टम करने वाले अस्पताल की राय पर जताई सहमति
AIIMS पैनल ने मुंबई के उस अस्पताल की राय पर अपनी सहमति जाहिर की है, जिसने अभिनेता का पोस्टमार्टम किया था। मुंबई के अस्पताल ने शव परीक्षण रिपोर्ट में मौत के कारण के रूप में "फांसी के कारण श्वास अवरोध" का जिक्र किया था। सूत्र बता रहे हैं कि परिस्थितिजन्य साक्ष्य से भी लगता है कि अभिनेता ने आत्महत्या की है, उनकी हत्या नहीं हुई है। सुशांत के परिवार वालों ने कहा था कि वो आत्महत्या नहीं कर सकते हैं।
CBI अब यह रख सकती है अपनी जांच का एंगल
AIIMS पैनल की रिपोर्ट सामने आने के बाद अब उम्मीद लगाई जा रही है कि CBI अपनी आगे की जांच का एंगल 'आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित' का रख सकती है। बिहार पुलिस ने भी इस एंगल को आधार मानकर जांच शुरू की थी।
CBI की 57 दिन की जांच में हत्या को लेकर सामने नहीं आया कोई सबूत
CBI ने मामले में हत्या के संबंध में सबूत जुटाने के लिए सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (CFSL) की मदद ली थी, लेकिन 57 दिनों की जांच में काई सबूत हाथ नहीं लगा है। सूत्रों का कहना है कि अभी भी जांच के सभी पहलू खुले हुए हैं। यदि कोई सबूत सामने आता है तो मामले में हत्या की धारा जोड़ दी जाएगी। बता दें कि सुशांत के परिवार वालों के आरोपों के आधार पर CBI को जांच सौंपी गई थी।
CBI ने 40 से अधिक लोगों से की पूछताछ
NDTV ने CBI के सूत्रों से लिखा है कि एजेंसी ने जांच में 40 से अधिक लोगों से पूछताछ कर उनके लैपटॉप, हार्ड ड्राइव, डिजिटल कैमरा और दो मोबाइल फोन की फॉरेंसिक जांच कराई है। हालांकि, अभी तक कोई सबूत नहीं मिले हैं। फिलहाल आत्महत्या और अन्य आरोपों की जांच की जा रही है। पिछले हफ्ते परिवार के वकील विकास सिंह ने भी AIIMS डॉक्टर द्वारा सुशांत का गला घोटे जाने की बात कहने का दावा किया था।