कई पाकिस्तानी ड्रोन दिखने के बाद पंजाब में आतंकी हमले का खतरा, बड़ा तलाशी अभियान शुरू
क्या है खबर?
आतंकी हमले के खतरे को देखते हुए पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को एक बड़ा घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO) शुरू किया।
खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट और पाकिस्तान के पंजाब में बार-बार ड्रोन भेजने की घटनाओं के आधार पर राज्य में बड़े आतंकी हमले का अंदेशा जताया जा रहा है।
वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, इस खतरे को देखते हुए पंजाब पुलिस ने सीमावर्ती पठानकोट और गुरदासपुर जिलों में तलाशी अभियान शुरू किया है।
बैठक
पंजाब पुलिस प्रमुख की सुरक्षा एजेंसियों के साथ बैठक में लिया गया फैसला
खबरों के अनुसार, जालंधर में पंजाब पुलिस प्रमुख दिनकर गुप्ता की वायुसेना, सैन्य खुफिया एजेंसियों, सीमा सुरक्षा बल (BSF) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के अधिकारियों के साथ बैठक में ये अभियान चलाने का फैसला लिया गया है।
एक अधिकारी ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' को बताया कि बैठक में सभी एजेंसियों ने आतंकी खतरे को लेकर अपनी सूचनाएं साझा की जिसके बाद कुछ "कमजोर बिंदुओं" की पहचान की गई और CASO शुरू करने का फैसला लिया गया।
तलाशी अभियान
तीन दिन तक चलेगा तलाशी अभियान
शीर्ष नेतृत्व से आदेश मिलने के बाद शुक्रवार को 5,000 से अधिक पुलिसकर्मियों ने पठानकोट और गुरदासपुर में तलाशी अभियान चलाया।
अतिरिक्त पुलिस निदेशक (कानून व्यवस्था) ईश्वर सिंह और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (विशेष अभियान समूह और कमांडोज) राकेश चंद्र ने इसका नेतृत्व किया।
अधिकारियों के अनुसार, ये तलाशी अभियान तीन दिन तक चलेगा।
इस बीच जिला प्रशासनों ने गुरदासपुर, पठानकोट और बटाला में अस्पतालों को आपातकाल के लिए कम से कम आठ बेड तैयार रखने का आदेश दिया है।
बयान
पंजाब पुलिस प्रमुख बोले, आम जनता में विश्वास जगाने के लिए चलाया जा रहा अभियान
पंजाब DGP दिनकर गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि अभियान का मकसद आम जनता में यह विश्वास जगाने का है कि सबकुछ ठीक है। अभियान को अन्य जिलों में भी ले जाने की बात कहते हुए उन्होंने किसी "आतंकी हमले के अलर्ट" से इनकार किया।
ड्रोन का खतरा
पंजाब में लगातार देखे जा रहे हैं पाकिस्तानी ड्रोन
बता दें कि पंजाब में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास लगातार ड्रोन देखे जा रहा हैं।
इस हफ्ते की शुरूआत में लगातार तीन दिन फिजोरपुर जिले में ड्रोन देखे गए थे।
इनमें से एक तो भारतीय सीमा के एक किलोमीटर अंदर तक आ गया था। जब सुरक्षा बलों ने इसका पीछा किया तो इसकी लाइटें बुझ गईं और ये अचानक गायब हो गया।
ये ड्रोन्स सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा खतरा बनकर उभरे हैं।
साजिश
ड्रोन्स की मदद से भारत में पहुंचाए जा रहे हथियार
इससे पहले पिछले महीने पंजाब पुलिस ने ऐसे ही एक ड्रोन को पकड़ने में कामयाबी हासिल की थी जो तकनीकी खराबी के कारण पाकिस्तान वापस नहीं जा पाया था।
तब पुलिस ने बताया था कि भारत में हथियार पहुंचाने के लिए पाकिस्तान इन ड्रोन्स का इस्तेमाल कर रहा है।
ये ड्रोन्स 10 किलोग्राम वजन हथियार लेकर उड़ सकते हैं और इनकी मदद से AK-47 राइफलों, बमों, पिस्टलों और सैटेलाइट फोनों को भारतीय सीमा में गिराया जाता है।
जानकारी
पंजाब में घुसकर हमला करने की फिराक में जैश और लश्कर के आतंकी
पाकिस्तानी ड्रोन से पैदा हुए नए खतरे के अलावा पंजाब में आतंकियों द्वारा हमले का खतरा भी है। पिछले महीने IB ने अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी राज्य में घुसकर हमले को अंजाम देने की फिराक में हैं।