बर्खास्त IAS पूजा खेडकर के बाद 6 अधिकारी मुश्किल में, विकलांग प्रमाणपत्र की जांच शुरू
महाराष्ट्र कैडर की बर्खास्त IAS पूजा खेडकर के विवादों में घिरने के बाद कुछ और प्रोबेशनर और सेवारत अधिकारी मुश्किल में घिरते नजर आ रहे हैं। न्यूज18 के मुताबिक, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) 6 सिविल सेवकों के विकलांग प्रमाणपत्रों की जांच कर रहा है। इन प्रमाणपत्रों को पिछले दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी प्रचारित किया गया था। इन 6 अधिकारियों में 5 IAS और 1 IRS अधिकारी शामिल हैं। मामले की गहनता से जांच चल रही है।
पूजा ने अपना जवाब भी नहीं दिया, जिसके बाद सेवा समाप्त की गई
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने 18 जुलाई को खेडकर को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए फर्जी दस्तावेजों से नौकरी पाने के बारे में सवाल किया था। खेडकर ने पहले आयोग से 25 जुलाई से 4 अगस्त तक का समय जवाब देने के लिए मांगा था, लेकिन आयोग ने 30 जुलाई तक का समय देते हुए उसे अंतिम अवसर बताया था। खेडकर इस बीच आयोग के सामने नहीं पेश हुई, जिससे उनको दोषी मानते हुए सेवा समाप्त की गई।
कोर्ट ने भी अग्रिम जमानत याचिका ठुकराई
DoPT ने एक बयान में कहा था कि UPSC ने उपलब्ध रिकॉर्ड की सावधानीपूर्वक जांच के बाद खेडकर को सिविल सेवा परीक्षा (CSE)-2022 नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया। CSE-2022 के लिए उसकी अनंतिम उम्मीदवारी रद्द की गई है और उन्हें UPSC की सभी भावी परीक्षाओं से भी प्रतिबंधित किया गया है। UPSC ने खेडकर के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई थी, जिस पर गुरुवार को हुई सुनवाई में दिल्ली कोर्ट ने उन्हें अग्रिम जमानत देने से इंकार कर दिया।