अमेरिका की सूचना के बाद मुंबई पुलिस ने शुरू की अनमोल बिश्नोई के प्रत्यर्पण की तैयारी
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गिरोह की गतिविधियों पर लगाम कसने के प्रयासों में अमेरिकी अधिकारियों ने भारत को लॉरेंस के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई (25) के अमेरिका में होने की सूचना दी है। इसके बाद मुंबई पुलिस ने प्रतिक्रियात्मक कदम उठाते हुए अनमोल को अमेरिका से प्रत्यर्पित करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में गत 16 अक्टूबर को मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने शहर की एक विशेष अदालत का दरवाजा खटखटाया था।
मुंबई पुलिस ने किस मामले में शुरू की प्रत्यर्पण की कार्रवाई?
मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अपराध शखा ने 16 अक्टूबर को विशेष अदालत के समक्ष एक इस्तगासा प्रस्तुत कर कहा था कि वह बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर गोलीबारी मामले में अनमोल के प्रत्यर्पण की पहल करना चाहती है। बता दें कि लॉरेंस के सलाखों के पीछे होने के कारण अप्रैल में सलमान के घर के बाहर गोलीबारी सहित प्रमुख कार्रवाइयों को अनमोल द्वारा ही अंजाम दिया गया था।
NIA ने अनमोल पर घोषित किया 10 लाख रुपये का इनाम
पिछले सप्ताह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अनमोल पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। एजेंसी ने कहा कि भगोड़े के खिलाफ 18 मामले दर्ज हैं, जिसमें एक मामला ऐसा भी है जिसमें उसने 2022 में पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने वाले आरोपियों को कथित तौर पर हथियार और रसद सहायता उपलब्ध कराई थी। सलमान की चार्जशीट में अनमोल को वांटेड आरोपी बताया गया है। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) भी जारी है।
कैसे होगा अनमोल का प्रत्यर्पण?
अनमोल के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया में भारत के गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और अमेरिकी अधिकारियों के बीच समन्वय शामिल होगा। यदि प्रत्यर्पण सफल होता है तो अनमोल की हिरासत मुंबई पुलिस की अपराध शाखा को मिल जाएगी। अनमोल की अमेरिका में मौजूदगी के बारे में सूचना कनाडा पुलिस के उन आरोपों के बीच आई है, जिनमें कहा गया है कि भारत सरकार के एजेंट कनाडा में आतंक फैलाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
भारत ने खारिज किए कनाडा के आरोप
भारत ने कनाडा के सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें बेतुका करार दिया है। इसके अलावा, भारत में मौजूद उसके 6 राजनियकों को भी निष्कासित कर दिया है। संयोग से अमेरिका की ओर से अनमोल को लेकर दिया गया अलर्ट काफी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि खालिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कथित साजिश से संबंधित मामले में अमेरिकी न्याय विभाग ने नवीनतम कदम उठाया है।