संसद में सरकार बोली- तबलीगी जमात के आयोजन की वजह से कोरोना संक्रमित हुए कई लोग
क्या है खबर?
मार्च में दिल्ली में हुए तबलीगी जमात के विवादित आयोजन की वजह से कई लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। संसद में एक सवाल का जबाव देते हुए केंद्र सरकार ने ये बात कही है।
सवाल में इस आयोजन की वजह से दिल्ली और बाकी राज्यों में बड़े पैमाने पर संक्रमण फैलने के बारे में पूछा गया था। इसके जबाव में सरकार ने कोई आंकड़ा तो पेश नहीं किया, लेकिन कई लोगों में संक्रमण फैलने की बात जरूर कही।
पृष्ठभूमि
क्या है तबलीगी जमात का मामला?
मार्च में निजामुद्दीन की मरकज मस्जिद में तबलीगी जमात ने एक धार्मिक आयोजन किया था जिसमें विभिन्न राज्यों और देशों के हजारों लोग शामिल हुए थे।
कोरोना वायरस महामारी की शुरूआत के समय हुए इस आयोजन को लोगों के इकट्ठा होने पर लगी पाबंदी के बावजूद आयोजित किया गया था और ये संक्रमण का एक बड़ा केंद्र बनकर उभरा था। इससे संबंधित 1,000 से अधिक लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था।
सवाल
शिवसेना सांसद ने पूछा- क्या संक्रमण फैलना का एक बड़ा कारण था ये आयोजन
घटना सामने आने के बाद कई लोगों और नेताओं ने देश में कोरोना फैलने के लिए इसी आयोजन को जिम्मेदार ठहराया था।
शिवसेना के राज्यसभा सांसद अनिल देसाई ने इन्हीं दावों को मद्देनजर रखते हुए सरकार से पूछा था कि क्या इसी आयोजन की वजह से दिल्ली और बाकी राज्यों में कोरोना फैला था और क्या ये संक्रमण फैलने का एक बड़ा कारण था।
उन्होंने आयोजन में शामिल होने वाले और गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या भी पूछी थी।
जबाव
गृह मंत्रालय ने कहा- पाबंदियों के बावजूद किया गया आयोजन
इस सवाल का जबाव देते हुए गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा को बताया, "जैसा कि दिल्ली पुलिस ने बताया है, कोविड-19 को देखते हुए जारी किए गए कई आदेशों के बावजूद एक बंद परिसर के अंदर एक लंबे समय के लिए बड़ा आयोजन हुआ जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर्स का दिखावा तक नहीं था। यह कई लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने का कारण बना।"
हालांकि उन्होंने कोई निश्चित आंकड़ा नहीं दिया।
बयान
गिरफ्तार किए जा चुके हैं आयोजन से संबंधित 233 लोग- रेड्डी
रेड्डी ने ये भी बताया कि 29 मार्च को तबलीगी जमात की इस मस्जिद से 2,361 को बाहर निकाला गया था और दिल्ली पुलिस अभी तक 233 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। हालांकि जमात प्रमुख मौलाना मोहम्मद साद को लेकर जांच जारी है।
कार्रवाई
तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों के खिलाफ भी की गई है कार्रवाई
बता दें कि केंद्र सरकार ने तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों पर भी कार्रवाई की है और दिल्ली पुलिस 956 विदेश सदस्यों के खिलाफ 59 चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इन पर पर्यटक वीजा के जरिए भारत में प्रवेश करने और फिर वीजा के नियमों का उल्लंघन कर धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने का आरोप है।
केंद्र सरकार आयोजन में शामिल होने वाले 2,200 विदेशियों के भारत में प्रवेश पर भी रोक लगा चुकी है।
टिप्पणी
बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा था- तबलीगी जमात को बनाया जा रहा बलि का बकरा
गौरतलब है कि पिछले महीने तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमों को रद्द करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा था कि तबलीगी जमात को बिल का बकरा बनाया जा रहा है।
कोर्ट ने कहा था, "देश में कोरोना वायरस के मौजूदा आंकड़े दर्शाते हैं कि जमातियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए थी। विदेशियों के खिलाफ इस कार्रवाई पर अफसोस जताने के लिए कुछ सकारात्मक कदम उठाने की जरूरत है।"