महाराष्ट्र: 90 कुत्ते जंगल में पाए गए मृत, बंधे हुए थे पैर और मुँह
क्या है खबर?
महाराष्ट्र में जानवरों की क्रूरता का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जो आपको पूरी तरह हैरान कर देगा।
पुलिस ने रविवार को बताया कि बुलढाणा जिले के गिरदा-सावलदाबारा रोड पर एक जंगल के अलग-अलग स्थानों से कम से कम 90 मृत आवारा कुत्ते पाए गए।
इससे भी ज़्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि इन कुत्तों के पैर और मुँह तार से बँधे हुए थे। पुलिस इस घटना की मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
मामला
बदबू से परेशान ग्रामीण पुलिस के पास पहुँचे
कुत्तों के शवों से निकलने वाली बदबू ने स्थानीय लोगों का जीना मुश्किल कर दिया।
एक स्थानीय युवक ने ANI को बताया, "मवेशी चरवाहों ने हमसे शिकायत की कि कई कुत्तों के शवों को वन क्षेत्र में फेंका गया है। इनकी बदबू लोगों को क्षेत्र के आस-पास भी फटकने नहीं दे रही है और इससे बीमारी भी फैल सकती है।"
इसके बाद सभी ग्रामीण पुलिस के पास मदद के लिए पहुँचे।
मृत्यु
100 से अधिक कुत्ते पाए गए, जिनमें से अधिकांश की मृत्यु हो चुकी थी
ग्रामीणों की शिकायत के बाद जब पुलिस और वन अधिकारी मौके पर पहुँचे, तो वे सदमें में थे, क्योंकि वहाँ 100 से अधिक कुत्ते पड़े थे।
एक अधिकारी ने PTI को बताया, "पाँच स्थानों पर 100 से अधिक कुत्तों को सड़क पर फेंक दिया गया था। उनमें से 90 कुत्ते मृत पाए गए, जबकि कुछ जीवित थे।"
इसके बाद जो कुत्ते जीवित बच गए थे, उन्हें अधिकारियों ने मुक्त कर दिया।
इस घटना ने सबको हैरान कर दिया है।
बयान
शवों को निकालने के लिए बुलानी पड़ी JCB
वन रक्षक केएन नवल ने ANI को बताया, "हमें जानकारी मिली की कई कुत्तों के शव स्थानीय लोगों के इलाकों में फेंके गए हैं। इसके बाद हमने शवों को निकालने के लिए JCB बुलाई। बदबू को भी दूर करने के प्रयास जारी हैं।"
जाँच
मामला दर्ज करके शुरू की गई जाँच
वन रक्षक की शिकायत के आधार पर क्रूरता की रोकथाम के लिए पशु अधिनियम, 1960 और IPC की संबंधित धाराओं के तहत अज्ञात हत्यारों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया।
एक अधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला जाएगा कि किन वजहों से इन कुत्तों की मौत हुई।
पुलिस अधिकारी इस मामले की जाँच कर रहे हैं और सुराग के लिए वो कुत्ते पकड़ने वालों से भी बात कर रहे हैं।