
IIM कलकत्ता के छात्रावास में युवती से दुष्कर्म मामले में 9 सदस्यीय SIT गठित
क्या है खबर?
कोलकाता पुलिस ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) कलकत्ता के छात्रावास में एक युवती को नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म किए जाने के मामले में की जांच के लिए 9 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। युवती का आरोप है कि उसे काउंसलिंग के बहाने छात्रावास बुलाया गया था। युवती की ओर से FIR दर्ज कराने के बाद पुलिस ने दबिश देकर आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट से 19 जुलाई तक रिमांड पर भेजा गया है।
साक्ष्य
फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से जुटाए आवश्यक साक्ष्य
दक्षिण-पश्चिम प्रभाग के एक सहायक आयुक्त की अध्यक्षता वाली SIT डिजिटल और फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। फोरेंसिक टीमें पहले ही घटनास्थल का दौरा कर चुकी हैं और प्रयोगशाला परीक्षण के लिए आवश्यक नमूने भी एकत्र कर चुकी हैं। SIT ने इस मामले की निष्पक्ष और गहन जांच के लिए IIM के अधिकारियों से पूरे परिसर की CCTV फुटेज मांगी है। उनकी जांच के बाद स्थिति और भी स्पष्ट हो जाएगी।
संज्ञान
राज्य महिला आयोग ने घटना पर लिया संज्ञान
राज्य महिला आयोग ने भी दुष्कर्म की इस घटना का स्वतः संज्ञान लिया है। आयोग की अध्यक्ष लीना गंगोपाध्याय ने कहा कि वे महिला और उसके परिवार से मिलने के लिए पुलिस के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए। अगर सामाजिक कलंक या पारिवारिक दबाव उन्हें खुलकर बोलने से रोक रहा है, तो इसका समाधान किया जाना चाहिए।" उन्होंने पुलिस से मामले में त्वरित कार्रवाई करने और रिपोर्ट प्रस्तुत करने की मांग की है।
पृष्ठभूमि
क्या है दुष्कर्म का पूरा मामला?
हरिदेवपुर पुलिस थाने में दर्ज FIR के अनुसार, IIM कलकत्ता में द्वितीय वर्ष के आरोपी छात्र कर्नाटक निवासी परमानंद टोप्पनवार ने युवती को काउंसलिंग के लिए कॉलेज परिसर में बुलाया था। आरोपी ने उसे कॉलेज के गेट पर आगंतुक रजिस्टर में एंट्री नहीं करने दी और बहाने से लड़कों के छात्रावास में ले गया। वहां उसने पिज्जा और पानी में नशीला पदार्थ खिलाकर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद उसने युवती के साथ दुष्कर्म किया था।
खारिज
पीड़िता के पिता ने किया घटना से इनकार
इधर, पीड़िता के पिता ने ऐसी कोई भी घटना होने से इनकार कर दिया। उन्होंने न्यूज18 से कहा, "मेरी बेटी के साथ ऐसी कोई घटना नहीं हुई। मुझे रात करीब 9:34 बजे एक कॉल आया था, लेकिन मेरी बेटी ने उस समय अपनी लोकेशन नहीं बताई। कॉल पर उसने बताया कि वह कार से गिर गई थी और बेहोश हो गई थी।" उन्होंने आगे कहा, "बाद में मुझे उसके SSKM अस्पताल होने का पता चला। हरिदेवपुर पुलिस ने उसे संभाला।"