मुंबई की 87 प्रतिशत आबादी हो चुकी कोरोना वायरस से संक्रमित, पांचवें सीरो सर्वे में खुलासा
क्या है खबर?
देश में कोरोना वायरस महामारी की संभावित तीसरी लहर की आशंका के बीच में मुंबई में लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी का पता लगाने के लिए किए गए पांचवें सीरोलॉजिकल सर्वे में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ओर से कराए गए इस सीरो सर्वे में ग्रेटर मुंबई की 87 प्रतिशत आबादी में एंटीबॉडी पाई गई है।
इसका मतलब है कि शहर के 87 प्रतिशत आबादी कोरोना वायरस से पहले ही संक्रमित हो चुकी है।
सीरोलॉजिकल सर्वे
सबसे पहले जानें क्या होता हैं सीरोलॉजिकल सर्वे
किसी आबादी में संक्रमण किस हद तक फैल गया है, यह पता लगाने के लिए सीरोलॉजिकल सर्वे किए जाते हैं। इसमें लोगों के खून में कोरोना वायरस की एंटीबॉडीज की मौजूदगी की जांच की जाती है।
एंटीबॉडीज एक प्रकार की प्रोटीन होती हैं जो हमला करने वाले वायरस से लड़कर उसे खत्म कर करती हैं।
किसी व्यक्ति के खून में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडीज पाए जाने का मतलब है कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुका है।
सर्वे
सीरो सर्वे में 24 वार्डों से एकत्र किए गए थे सैंपल
NDTV के अनुसार, BMC की ओर से 12 अगस्त से 9 सितंबर के बीच किए गए सर्वे में सभी 24 वार्डों से कुल 8,687 लोगों के सैंपल लिए गए थे।
इसमें वैक्सीनेशन के साथ सभी आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया गया था। 65 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक खुराक दी जा चुकी थी।
रिपोर्ट में सामने आया कि कुल 87 प्रतिशत आबादी में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबाडी बनी थी। यह बड़ी ही चौंकाने वाली बात है।
अंतर
वैक्सीन लगवा चुके 90 प्रतिशत लोगों में मिली एंटीबॉडी
BMC की ओर से कहा गया है कि सर्वे में शामिल वैक्सीन लगवा चुके लोगों में से 90.26 प्रतिशत और वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों में से 79.86 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी मिली है।
इसी तरह सर्वे में शामिल किए गए 20 प्रतिशत स्वास्थ्यकर्मियों में से 87.14 प्रतिशत में एंटीबॉडी का पता चला है।
इसके अलावा झुग्गी क्षेत्र से लिए गए सैंपलों में से 87.02 प्रतिशत में एंटीबॉडी बनना पाया गया है। इससे साफ है कि लोग संक्रमित हो चुके।
जानकारी
महिलाओं में अधिक मिली एंटीबॉडी
BMC के अनुसार, एंटीबॉडी में महिला और पुरुषों में अंतर सामने आया है। सर्वे में शामिल कुल महिलाओं में से 88.29 प्रतिशत में एंटीबॉडी बनना पाया गया है, जबकि पुरुषों में 85.07 प्रतिशत में ही एंटीबॉडी मिली है। ऐसे में महिलाएं अधिक प्रभावित हुई है।
अपील
BMC ने की कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील
BMC ने कहा है कि भले ही अधिकतर लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी मिली है, लेकिन एक नया वेरिएंट स्थिति को बदल सकता है। ऐसे में लोगों को अभी भी कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना चाहिए।
BMC अधिकारियों ने लोगों से मास्क और हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करने तथा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए भीडभाड़ वाली जगहों से दूर रहने की अपील की है। इसी तरह वैक्सीन को सबसे बड़ा उपचार बताया है।
बच्चे
मुंबई में चौथे सीरो सर्वे में 51 प्रतिशत बच्चों में मिली थी एंटीबॉडी
बता दें कि मुंबई में 1 अप्रैल से 15 जून के बीच किए गए चौथे सीरो सर्वे में 51 प्रतिशत बच्चों में एंटीबॉडी मिली थी।
इसी तरह मार्च में किए गए तीसरे सर्वे में 18 साल से कम आयु वर्ग के 39.4 प्रतिशत बच्चों में एंटीबॉडी मिली थी।
ऐसे में पांचवें सर्वे में अधिक बच्चों में एंटीबॉडी का पता चला है। इससे स्पष्ट होता है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में बच्चों पर भी विशेष प्रभाव पड़ा था।
संक्रमण
महाराष्ट्र और मुंबई में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित रहे महाराष्ट्र में गुरुवार को संक्रमण के 3,595 नए मामले सामने आए और 45 मरीजों की मौत हुई।
इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 65,11,525 पर पहुंच गई है। इनमें से अब तक 1,38,322 मरीजों की मौत हो चुकी है।
इसी तरह मुंबई में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 446 नए मामले सामने आए हैं। शहर में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 4,654 है।