
छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता, मुठभेड़ में 7 माओवादी ढेर
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। एक बड़े माओवादी विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के 2 शीर्ष नेताओं सहित 7 माओवादियों को मार गिराया। यह अभियान जून 2025 के पहले पखवाड़े में राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में चलाया गया। मृतक नेताओं की पहचान गौतम उर्फ सुधाकर और भास्कर राव के रूप में हुई है, जो क्रमशः CPI (माओवादी) की केंद्रीय और राज्य समितियों के सदस्य थे।
सफलता
सुरक्षा बलों ने बरामद किए सभी मारे गए माओवादियों के शव
सुरक्षाकर्मियों और माओवादी कार्यकर्ताओं के बीच भीषण मुठभेड़ के बाद मारे गए सभी 7 माओवादियों के शव भी बरामद कर लिए गए हैं। एक अन्य शव की पहचान बीजापुर जिले के फरसेगढ़ पुलिस थाने के अंतर्गत इरपागुट्टा गांव निवासी महेश कोडियम के रूप में हुई। पुलिस की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में पुष्टि की गई कि वह नेशनल पार्क एरिया डिवीजन में सक्रिय CPI (माओवादी) संगठन का का सक्रिय सदस्य था।
जानकारी
कोडियाम ने रसोइया सहायक के रूप में किया था काम
पुलिस ने बताय कि महेश कोडियम ने मार्च 2025 तक इरपागुट्टा गांव के प्राथमिक विद्यालय में रसोइया सहायक के रूप में काम किया था। अब अधिकारी यह पता करने में जुटे हैं कि वह माओवादी नेता गौतम और भास्कर के संपर्क में कैसे आया।
अपील
पुलिस ने माओवादियों से की खास अपील
पुलिस ने माओवादी संगठन से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े लोगों से तत्काल संगठन को छोड़ने की अपील की है। पुलिस ने कहा कि इस चरमपंथी संगठन का साथ सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा है। ऐसे में इससे जुड़े लोगों के जीवन और भविष्य को भी खतरा है। गृह मंत्री अमित शाह ने पहले घोषणा की थी, "हम भारत से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा लक्ष्य 31 मार्च, 2026 तक इसे पूरी तरह खत्म करना है।"