मई तक कोरोना की चपेट में आ चुके थे 64 लाख भारतीय, सीरो-सर्वे में आया सामने
मई की शुरुआत में, जब भारत में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, तब लगभग 64 लाख नागरिक कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके थे। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषध (ICMR) के सीरो-सर्वे की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। वहीं आधिकारिक तौर पर 10 सितंबर तक भारत में 45,62,414 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। यह अभी भी ICMR के मई तक के अनुमान से काफी पीछे है।
11 मई से 4 जून के बीच हुआ था सर्वे
इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में छपे ये नतीजे 11 मई से 4 जून के बीच किए गए सीरो-सर्वे के हैं। इस दौरान कोरोना की चपेट में आने वाले व्यस्कों की दर 0.73 प्रतिशत थी। उस समय आबादी में फैले संक्रमण और संक्रमित घोषित किए जा चुके मरीजों की संख्या के आधार पर अनुमान लगाया गया था कि हर पुष्ट हो चुके मामले के पीछे लगभग 82-130 संक्रमित लोग छूट गए या उनकी पहचान नहीं हो पाई।
मई तक बेहद शुरुआती चरण थी महामारी- ICMR
ICMR के इस पेपर में कहा गया है, ''नतीजों से पता चला है कि देश की आबादी में कोरोना का संक्रमण बेहद कम था। मई मध्य तक देश की व्यस्क आबादी का एक प्रतिशत से कम हिस्सा इस वायरस की चपेट में आया था। अधिकतर जिलों में कम संक्रमण यह दिखाता है कि भारत में यह महामारी अभी तक शुरुआती चरण में है और देश की अधिकतर आबादी अभी भी कोरोना वायरस की चपेट में आ सकती है।
क्या होता है सीरो-सर्वे
सीरो सर्वे में व्यक्ति के खून का सैंपल लेकर उसमें IgG (इम्यूनोग्लोबुलिय G) एंटीबॉडी जांची जाती है। अगर यह एंटीबॉडी पाई जाती है तो इसका मतलब होगा कि वह व्यक्ति कम से कम दो सप्ताह पहले कोरोना की चपेट में आ चुका है।
सर्वे में शामिल हुए 28,000 व्यस्क
सर्वे के लिए 21 राज्यों के 70 जिलों के 700 गांव/वार्ड को चुना गया था। इन जगहों पर 30,283 घरों को दौरा किया गया था, जिनमें से 28,000 व्यस्क इस सर्वे में शामिल होने को राजी हुए थे। इन 28,000 का स्वदेशी कवच एलिसा से टेस्ट किया गया, जिनमें से 256 कोरोना संक्रमित मिले और 69 की रिपोर्ट की नतीजे अपुष्ट थे। इसके बाद 290 लोगों का यूरोइम्युन एलिसा से टेस्ट किया गया, जिनमें से 157 कोरोना पॉजीटिव पाए गए।
संक्रमित पाए गए लोगों में 70 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों में
ICMR ने कहा कि इन दोनों नतीजों को मिलाने पर पता चलता है कि राष्ट्रीय स्तर पर 0.73 प्रतिशत व्यस्क कोरोना संक्रमित हो चुके थे। जो लोग कोरोना संक्रमित पाए गए, उनमें से लगभग 70 प्रतिशत ग्रामीण और 16 प्रतिशत शहरी झुग्गियों में रहने वाले लोग थे। बाकी लोग शहरों को अन्य इलाकों में रहने वाले थे। याद रहे कि ये सब नतीजे और अनुमान मई-जून के दिनों में किए गए सर्वे के हैं।
आधिकारिक तौर पर कितने लोग संक्रमित?
ICMR के सीरो-सर्वे के अलग अगर देश में संक्रमितों की आधिकारिक संख्या को देखें तो यह 45 लाख से ऊपर हो गई है। बीते दिन देश में 96,551 नए मामले सामने आए और रिकॉर्ड 1,209 मरीजों ने इसकी वजह से दम तोड़ा। ये अब तक एक दिन में सामने आए सबसे अधिक नए मामले और मौतें हैं। इसी के साथ देश में कुल मामलों की संख्या 45,62,414 हो गई है, वहीं 76,271 लोगों की संक्रमण के कारण मौत हुई है।
देश में अब तक 5.4 करोड़ टेस्ट
देश में अब तक 35,42,663 लाख इस महामारी को हराकर ठीक हो चुके हैं और रिकवरी रेट 77.64 प्रतिशत है। इसके अलावा बीते दिन 11,63,542 टेस्ट किए गए गए, जिसके बाद कुल टेस्ट की संख्या 5.40 करोड़ हो चुकी है।