दिल्ली: राजीव चौक पर 'देश के गद्दारों...' नारा लगाने वाले छह युवक हिरासत में लिए गए
दिल्ली पुलिस ने राजीव चौक मेट्रो स्टेशन के भीतर विवादित नारा 'देश के गद्दारों को, गोली मारो सालों को' लगाने के लिए छह लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस ने कहा कि छह युवक राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर विवादित नारा लगा रहे थे। उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि ब्लू लाइन पर चलने वाली मेट्रो में भी ये नारे लगाए गए थे। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
नागरिकता कानून के समर्थन में नारे लगा रहे थे युवक- अधिकारी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भगवा टी-शर्ट और कुर्ता पहने पांच-छह लोगों ने स्टेशन पर मेट्रो रुकने से पहले नारे लगाने शुरू कर दिए। मेट्रो में सवार कुछ लोगों ने उनका साथ दिया और नारे लगाने शुरू कर दिए। वहीं कुछ लोग इसके वीडियो बनाने लगे। दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) ने इन युवकों को पुलिस के हवाले किया। एक अधिकारी ने बताया कि युवक नागरिकता कानून के समर्थन में नारे लगा रहे थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
DCP विक्रम पोरवाल ने कहा, "हमने छह लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रहे हैं।" इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो आप नीचे देख सकते हैं।
यहां देखिये वीडियो
CISF ने जारी किया यह बयान
CISF ने कहा कि 29 फरवरी को सुबह 10:25 बजे छह युवकों को राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर नारे लगाते देखा गया। CISF के कर्मचारियों ने उन्हें रोका और आगे की कार्रवाई के लिए पुलिस को सौंप दिया। बता दें, दिल्ली मेट्रो (परिचालन एवं रखरखाव) अधिनियम 2002 के तहत दिल्ली मेट्रो परिसर के अंदर किसी प्रकार का प्रदर्शन या शोर प्रतिबंधित है। इस प्रकार की गतिविधि में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को मेट्रो परिसर से बाहर निकाला जा सकता है।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लगवाया था यह नारा
दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले यह नारा काफी चर्चा में रहा था। मोदी सरकार में वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने भाषण देते हुए भीड़ से यह नारा लगवाया था। ठाकुर ने नारे का पहला हिस्सा बोला, वहीं भीड़ ने जबाव में दूसरा हिस्सा बोला। इस सिलसिले में ठाकुर पर FIR दर्ज करने की याचिका दिल्ली हाई कोर्ट में लंबित है। कई जगहों पर नागरिकता कानून के समर्थन में हुई रैलियों में भी यहा नारा लगाया गया था।
नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली में शुरू हुई थी हिंसा
नागरिकता कानून को लेकर बीते रविवार दिल्ली में शुरू हुई हिंसा सांप्रदायिक दंगों में बदल गई थी। दंगाइयों ने लगातार तीन दिन तक उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान कुल 42 लोगों की मौत हो गई। दंगों में एक पुलिसकर्मी शहीद हुआ है। वहीं इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) के एक अधिकारी की लाश नाले से बरामद हुई थी। पुलिस ने इस सिलसिले में 123 FIR की हैं और 630 लोगों को हिरासत में लिया है।