पुणे: मोदी और फड़णवीस के खिलाफ 'आपत्तिजनक' पोस्ट करने पर 54 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज
पुणे सिटी पुलिस ने एक भाजपा कार्यकर्ता की शिकायत पर 54 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन पर प्रधानमंत्री मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और पार्टी के दूसरे नेताओं के खिलाफ 'आपत्तिजनक' पोस्ट शेयर करने का आरोप है। भाजपा की युवा इकाई के प्रदेश सचिव और अधिवक्ता प्रदीप गावड़े ने इस मामले में 10 मई को पुणे सिटी के साइबर पुलिस थाने में शिकायत दी थी। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
पहले से दर्ज FIR में शामिल किए जाएंगे नाम
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दागादु हाके ने कहा कि इन 54 लोगों के नाम एक और भाजपा पदाधिकारी विनीत वाजपेयी की तरफ से लिखवाई गई FIR में शामिल किए जाएंगे। हाल ही में पुलिस ने वाजपेयी की शिकायत पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की युवा इकाई के दो नेताओं मोहसिन शेख और शिवाजीराव जावीर के खिलाफ FIR दर्ज की थी। दोनों पर प्रधानमंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ की एडिट की गई फोटो पोस्ट करने का आरोप है।
शिकायत में क्या आरोप लगाया गया था?
वाजपेयी ने शिकायत में आरोप लगाया कि एडिट की गई फोटो में प्रधानमंत्री मोदी को यमराज के रूप में दिखाया था, जो कोरोना संक्रमितों की लाशें श्मसान की तरफ ले जा रहे थे। जावीर पर प्रधानमंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ के खिलाफ 'आपत्तिजनक' पोस्ट का आरोप है। वहीं गावडे ने प्रधानमंत्री मोदी, फड़णवीस, उनकी पत्नी अमृता, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल के खिलाफ 'आपत्तिजनक' पोस्ट करने के मामले 54 लोगों के विरुद्ध शिकायत दी है।
4 मई को दर्ज हुई थी एक और FIR
इससे पहले 4 मई को पुलिस ने एक और FIR दर्ज की थी। इसमें 13 लोगों को आरोपित बनाया गया था। इन पर मुख्यमंत्री महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार समेत कई लोगों के खिलाफ फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सऐप पर 'आपत्तिजनक' और 'अपमानजनक' पोस्ट शेयर करने का आरोप था। बताया जा रहा है कि इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी हो चुकी है।
एक आरोपी की हो चुकी है गिरफ्तारी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किया गया आरोपी भाजपा कार्यकर्ता राजेंद्र पंढरीनाथ काकडे है। काकड़े ने उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे पर एक सोशल मीडिया पोस्ट मे 'आपत्तिजनक टिप्पणियां' की थी। पुलिस का कहना है कि आरोप एक स्टेशनरी की दुकान चलाता है। उसने जानबूझकर सार्वजनिक पद पर बैठे एक प्रतिष्ठित व्यक्ति के सम्मान को ठेस पहुंचाई है। इसलिए उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। बाकी आरोपियों के खिलाफ पुलिस का जांच अभी जारी है।