
दिल्ली: मोहल्ला क्लिनिक से मिली कफ सिरप पीने से 3 बच्चों की मौत, 3 चिकित्सक बर्खास्त
क्या है खबर?
दिल्ली के कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में कथित तौर पर आम आदमी मोहल्ला क्लिनिक के चिकित्सकों द्वारा लिखी गई कफ सिरप (खांसी की दवा) पीने से तीन बच्चों की मौत हो गई है।
दिल्ली सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मोहल्ला क्लिनिक के तीन चिकित्सकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है और मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
घटना के बाद भाजपा और कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से इस्तीफे की मांग की है।
प्रकरण
पांच महीने में कफ सिरप के कारण बिगड़ी 16 बच्चों की तबीयत
NDTV के अनुसार, दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिकों में बच्चों को खांसी के उपचार के लिए ओमेगा फार्मास्यूटिकल्स द्वारा तैयार 'डेक्सट्रोमेथॉर्फन' सिरप दी जाती है, लेकिन यह बच्चों में कई दुष्परिणाम दिखा रही है।
गत 29 जून से 21 नवंबर के बीच कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में इस सिरप के कारण बच्चों की तबीयत बिगड़ने के 16 मामले सामने आए हैं। गत दिनों इन 16 बच्चों में से तीन की मौत हो गई थी। इससे चिकित्सा अधिकारी सकते में आ गए।
परेशानी
बच्चों को हो रही थी सांस लेने में परेशानी
कलावती सरन चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के एक चिकित्सक ने बताया कि कफ सिरप लेने के बाद बीमार हुए सभी 16 बच्चों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। इस दौरान अधिक हालत बिगड़ने पर तीन बच्चों की मौत हो गई।
इस मामले के बाद स्वास्थ्य सेवा निदेशालय (DGHS) ने दिल्ली सरकार के DGHS को सभी मोहल्ला क्लीनिक और डिस्पेंसरी में चार साल से कम उम्र के बच्चों को डेक्सट्रोमेथॉर्फन सीरप नहीं देने के लिए पाबंद करने के निर्देश दिए थे।
कार्रवाई
तीन चिकित्सकों को किया सेवा से बर्खास्त- स्वास्थ्य मंत्री
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, "कुछ दिनों पहले कफ सिरप के दुष्परिणामों के कारण कलावती सरन अस्पताल में तीन बच्चों की मौत होने की सूचना मिली थी। इसको लेकर हमने तीन चिकित्सकों को सेवा से बर्खास्त कर दिया है और मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।"
उन्होंने कहा, "दिल्ली सरकार अस्पतालों में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दास्त नहीं करेगी और इस सिरप का उपयोग भी बंद कर दिया है।"
खतरा
डेक्सट्रोमेथॉर्फन की अधिक खुराक से ये होती है परेशानी
DGHS के अनुसार, डेक्सट्रोमेथॉर्फन कफ सिरप के रूप में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली दवाइयों में से एक हैं। हालांकि, यह चार साल के कम उम्र के बच्चों के लिए आवश्यक नहीं है।
इसका कारण है कि इसकी अधिक खुराक से गंभीर दुष्परिणाम सामने आ सकते हैं। इनमें अनिद्रा, चक्कर आना, मतली, बेचैनी, सांस लेने में परेशानी जैसे लक्षण प्रमुख है। ऐसे में मोहल्ला क्लिनिक के चिकित्सकों द्वारा बच्चों को यह दवा देना गंभीर मामला है।
प्रतिक्रिया
भाजपा ने मुख्यमंत्री से की इस्तीफे की मांग
इस मामले में दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा, "दिल्ली के विश्वस्तरीय मोहल्ला क्लीनिकों का कड़वा सच सबके सामने आ गया है। ऐसे में अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को इस्तीफा देने के साथ मृत बच्चों के परिवारों को मुआवजा देना चाहिए।"
इसी तरह दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल कुमार ने मृतक बच्चों के परिजनों को एक-एक करोड़ और अन्य बीमार बच्चों के लिए 10-10 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की है।