पाकिस्तान की जांच एजेंसी का कबूलनामा, मुंबई के 26/11 हमले में शामिल थे उनके आतंकवादी
भारत में मुंबई के 26/11 आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान का काला सच सामने आ गया है। पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (FIA) ने बुधवार पहली बार स्वीकार किया है कि उस आतंकी हमले में पाकिस्तान के आतंकी शामिल थे और उसे आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। FIA के इस कुबूलनामे के बाद मामले में सालों से झूठ बोलते आ रहे पाकिस्तान की सच्चाई सामने आ गई है।
26/11 आतंकी हमले में गई थी 160 लोगों की जान
बता दें कि 26 नवंबर, 2008 की रात आतंकियों ने मुंबई के ताज होटल सहित छह जगहों पर हमले किए थे। इनमें करीब 160 लोगों की मौत हुई थी। सबसे ज्यादा लोग छत्रपति शिवाजी टर्मिनस में मारे गए, जबकि होटल ताज में 31 लोगों की मौत हुई थी। करीब 60 घंटों की मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों को मार गिराया था और एक आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा था। मुठभेड़ में कई भारतीय सिपाही भी शहीद हुए थे।
भारत के दबाव के आगे झुककर पाकिस्तान ने जारी की सूची
इस मामले में भारत लगातार पाकिस्तान पर दबाव बना था और हमले में शामिल आतंकियों पर कार्रवाई करने की मांग कर रहा था। इस पर अब इमरान खान सरकार ने 26/11 के हमले में शामिल आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला लिया है। इस फैसले के तहत पाकिस्तान ने इन आतंकवादियों को मोस्ट वांटेड करारा दे दिया है। FIA द्वारा तैयार मोस्ट वॉन्टेडों की सूची में मुंबई के हमले में शामिल 11 आतंकवादियों के नाम भी शामिल हैं।
हमला करने के लिए खरीदी थी नाव और लाइफ जैकेट
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मुंबई हमले में प्रमुख भूमिका मुल्तान निवासी मोहम्मद अमजद खान की रही थी। अमजद खान ने भारत पहुंचने के लिए एक यामाहा मोटर वोट इंजन, लाइफ जैकेट, ARZ वाटर स्पोर्ट, इन्फ्लैटेबल बोट्स खरीदी थी। इनके जरिए ही आतंकवादी समुद्र के रास्ते भारत पहुंचे थे। लिस्ट में जानकारी दी गई गई है कि बहावलपुर की शाहिद गफूर नाव अल-हुसैनी का कैप्टन था और उसी के नेतृत्व में हमले को अंजाम दिया गया था।
इन आतंकियों ने दिया था मुंबई हमले को अंजाम
FIA की सूची के अनुसार 26/11 हमलों को अंजाम देने वाली नाव में नौ क्रू मेंबर्स थे। इनमें साहिवाल निवासी मोहम्मद उस्मान, लाहौर निवासी अतीक-उर-रहमान, हाफिजाबाद निवासी रियाज अहमद, गुजरांवाला निवासी मुहम्मद मुश्ताक, डेरा गाजीपुर निवासी मुहम्मद नईम, सरगोधा निवासी अब्दुल शकूर, मुल्तान निवासी मुहम्मद साबिर, लोधरान निवासी मोहम्मद उस्मान, रहीम यार खान निवासी शकील अहमद शामिल है। इन सभी का नाम संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध किए गए आतंकी ग्रुप में शामिल हैं जो कि लश्कर-ए-तैय्यबा के आतंकी हैं।
सूची में नहीं है मोस्ट वांटेड आतंकी आफिज शहीद का नाम
FIA द्वारा जारी कुल 1,210 आतंकियों की सूची में लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी हाफिज सईद का नाम नहीं है। हाफिज सईद 26/11 मुंबई हमले का मास्टरमाइंड है। इसी तरह सूची में जैश-ए-मोहम्मद का प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का भी नाम नहीं है। पुलवामा हमले के बाद उसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी सूची में डाला गया था। इसी साल पाकिस्तान की एक अदालत ने सईद को पांच साल की सजा सुनाई थी।
सूची में शामिल है खैबर पख्तूनख्वा के सबसे अधिक आतंकी
FIA द्वारा सूची में शामिल 1,210 आतंकियों में से सबसे ज्यादा 737 आतंकी खैबर पख्तूनख्वा, बलूचिस्तान के 161, पंजाब 122, सिंध 100, इस्लामाबाद 32 और PoK के 30 आतंकी है। सूची में पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पर हमले में शामिल आतंकियों का नाम है।