छत्तीसगढ़: नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद होने वाले जवानों की संख्या 22 पहुंची
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 22 जवान शहीद हो गए हैं। पांच जवान शनिवार को मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए थे और 17 के शव रविवार सुबह मिले हैं। बीजापुर के पुलिस अधीक्षक ने यह जानकारी दी है।
वहीं कुछ जवानों को अभी भी लापता बताया जा रहा है।
सूत्रों ने यह भी जानकारी दी है कि हमले के बाद नक्सली सुरक्षाबलों के करीब दो दर्जन हथियार लूटकर ले गए थे।
पृष्ठभूमि
नक्सलियों ने घात लगाकर किया था हमला
शनिवार को नक्सलरोधी अभियान के महानिदेशक (DG) अशोक जुनेजा ने बताया था कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की कोबरा कमांडो टीम, जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की टीमें नक्सलरोधी अभियान के तहत बीजापुर जिले के तारेम इलाके में नक्सलियों की तलाश में जुटी थी।
उसी दौरान छिपे बैठे नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया। इसके बाद जवानों ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी और लंबी मुठभेड़ चली।
संवेदना
जवानों के शौर्य को नहीं भूलेगा देश- अमित शाह
इंडिया टुडे ने 21 जवानों के लापता होने की जानकारी देते हुए लिखा है कि कुल 24 घायल जवानों को इलाज के लिए बीजापुर अस्पताल में लाया गया था। इनमें से सात को बेहतर इलाज के लिए रायपुर भेजा गया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने शहीद जवानों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की है। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश इन जवानों के शौर्य को कभी नहीं भूलेगा।
बयान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बोले- व्यर्थ नहीं जाएगा जवानों का बलिदान
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि 21 सुरक्षाकर्मी अभी लापता हैं और उनकी तलाश की जा रही है। गुवाहाटी में कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार कर रहे बघेल ने कहा कि वो आज शाम तक छत्तीसगढ़ लौटेंगे।
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच चार घंटे तक मुठभेड़ चली थी। नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है और सुरक्षाबलों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
जानकारी
मुठभेड़ में मारे गए नौ नक्सली- IG
बस्तर के IG पुलिस पी सुंदरराज ने कहा कि लगभग तीन घंटे तक इस मुठभेड़ में कुल नौ नक्सली मारे गए हैं, जिनमें एक महिला भी शामिल हैं। हालांकि, सुरक्षाबलों का अनुमान है कि मुठभेड़ में लगभग 15 नक्सली मारे गए थे।
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, 2 अप्रैल को करीब 2,000 सुरक्षाकर्मी नक्सलरोधी अभियान चलाने के लिए तारेम के जंगलों में गए थे। नक्सली कमांडर हिडमा के छिपे होने की जानकारी के बाद यह अभियान शुरू किया गया था।
दूसरा हमला
पिछले महीने DRG जवानों से भरी बस को उड़ाया था
शनिवार को सुरक्षाबलों पर घात लगाकर किए गए हमले से पहले पिछले महीने भी नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में 27 DRG पुलिसकर्मियों की बस को निशाना बनाया था।
बस को काडेनार और कान्हरगांव के बीच IED के जरिये निशाना बनाया गया था। इसमें पांच जवान शहीद हो गए थे।
हालांकि, पुलिस ने घटना में IED लगाने वाले तीन नक्सलियों को गुरुवार को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में गिरफ्तार कर लिया था।
जानकारी
छत्तीसगढ़ में तीन सालों में हुई 970 नक्सली घटनाएं
2 फरवरी 2021 को लोकसभा में नक्सली घटनाओं को लेकर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया था कि छत्तीसगढ़ में साल 2018 से लेकर 2020 तक 970 नक्सली घटनाएं हुई थी। इनमें सुरक्षाबलों के 113 जवान शहीद हुए थे।
साल 2019 में छत्तीसगढ़ में 263 नक्सली घटनाएं दर्ज हुई थीं, जो 2020 में करीब 20 प्रतिशत बढ़कर 315 पहुंच गई। 2019 में नक्सली हमलों में 22 और 2020 में 36 जवान शहीद हुए थे।