खुशहाल जिंदगी की उम्मीद लिए अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए भारत पहुंचे 200 पाकिस्तानी हिंदू
क्या है खबर?
ये बात किसी से भी नहीं छिपी है कि पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान में हिंदुओ की हालात बदतर है और वहां उन्हें आए दिन प्रताड़नाओं का सामना करना पड़ता है।
ऐसे में भारत की ओर से नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू करने के बाद वहां बसे हिंदू धर्म के लोग भारत आकर खुशहाल जिंदगी जीने की उम्मीद करने लगे हैं।
यही कारण है कि सोमवार को 200 से अधिक पाकिस्तानी हिंदू विजीटर वीजा पर अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए भारत पहुंच गए।
बयान
पाकिस्तान में खुद को बताया असुरक्षित
भारत पहुंचने वाले एक हिंदू परिवार ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पाकिस्तान में हिंदुओं की हालत बहुत खराब है। उन्होंने वहां सुरक्षा की भावना से एक भी दिन नहीं गुजारा है। आए दिन वहां हिंदुओं पर अत्याचार होते हैं और पुलिस मूक दर्शक बनकर तमाशा देखती है।
ऐसे में नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के बाद उन्हें भारत में शरण मिलने और उसके बाद बची हुई जिदंगी खुशहाल बिताने की उम्मीद जगी है।
जगह
पाकिस्तान के सिंध-कराची से आए हैं अधिकतर हिंदू
सेना के अधिकारियों ने बताया कि भारत आए 200 हिंदुओं में अधिकतर लोग सिंध और कराची से आए हैं। इनमें से अधिकतर अपना पूरा सामान साथ लेकर आए हैं और वापस पाकिस्तान जाने की इच्छा नहीं रखते हैं।
उनका कहना है कि पाकिस्तान के सिंध और कराची में हिंदुओं पर धर्म के नाम पर जमकर जुल्म किया जाता है। मारपीट व लूट तो आम बात सी हो गई है। ऐसे में भारत आने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है।
आशा
भारत की नागरिकता मिलने को लेकर आशावादी हैं पाकिस्तान और अफगानिस्तान के लोग
पाकिस्तान से भारत आए एक और हिंदू परिवार ने कहा कि भारत में CAA लागू किए जाने के बाद से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हजारों हिंदू भारत की नागरिकता मिलने को लेकर आशावादी हैं और वह जल्द ही भारत आना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि अधिकतर लोग अपने रिश्तेदारों के पास राजस्थान पहुंच गए हैं। उनकी बेटियां पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं है। कट्टरपंथी कभी भी उनका अपहरण कर ले जाते हैं।
मुलाकात
गृहमंत्री से मुलाकात करेंगे अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा
अटारी-वाघा बॉर्डर के जरिए भारत पहुंचे अपने चार रिश्तेदार परिवारों को लेने पहुंचे अकाली नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि बंटवारे के समय उनके कई रिश्तेदारों के परिवार पाकिस्तान चले गए थे, लेकिन वहां उनकी स्थिति बहुत खराब है और वह भारत आना चाहते हैं।
इसके लिए अब वह गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर प्रताड़ना के कारण भारत आए लोगों को नागरिकता देने की मांग करेंगे।
बढ़ी संख्या
CAA लागू होने के बाद बढ़ी सीमा पार कर भारत आने वालों की संख्या
एक सेना अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि भारत सरकार की ओर से CAA लागू किए जाने के बाद से सीमा पार कर भारत आने वाले लोगों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अब तक सैकड़ों लोग विजीटर वीजा पर भारत आ चुके हैं।
इनमें से अधिकतर का कहना है कि वह पाकिस्तान के कट्टरपंथियों की प्रताड़ना से नरक की जिंदगी जी रहे हैं। वह फिर से वहां नहीं जाना चाहते हैं।
उम्मीद
CAA में मिलेगी इन लोगों को नागरिकता
दरअसल, गत 12 दिसंबर को राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद नागरिक संशोधन कानून बन गया था। सरकार इस कानून के तहत पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश में उत्पीड़न के कारण वहां से भागकर आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता देने का दावा कर रही है।
इससे वहां के लोगों में उम्मीद जगी है, लेकिन देश में विपक्षी पार्टियां इस कानून में मुस्लिमों को शामिल नहीं करने को लेकर विरोध कर रही हैं।