#BoisLockerRoom: छेड़छाड़ का आरोप लगने के बाद गुरुग्राम के 14 वर्षीय छात्र ने आत्महत्या की
सोशल मीडिया पर यौन हिंसा से जुड़ी बातों वाले एक ग्रुप की जानकारी सामने आने के बाद गुरुग्राम के रहने वाले एक 14 वर्षीय छात्र ने अपने घर से कूदकर आत्महत्या कर ली। छात्र पर एक लड़की ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। पुलिस ने बताया कि 'बॉइज लॉकर रूम' ग्रुप की जानकारी सोशल मीडिया पर आने के बाद एक लड़की ने इंस्टाग्राम में #MeToo पोस्ट में मृतक पर छेड़खानी का आरोप लगाया था।
लड़की का आरोप- दो साल पहले की गई थी छेड़छाड़
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "छात्र के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, लेकिन उसके फोन में उसकी क्लास के दोस्तों का मैसेज मिले हैं, जिनमें उसे बताया गया था कि पुलिस उससे पूछताछ कर सकती है।" लड़की ने सोशल मीडिया पर बताया कि दो साल पहले उससे छेड़छाड़ की गई थी और अब वह इसे और नहीं छिपा सकती। लड़की ने कहा कि उसके अपार्टमेंट के बेसमेंट में उसके साथ छेड़छाड़ की गई थी।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारी ने बताया मृतक के सिर समेत कई जगह चोट आई थी, जिससे उसकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है और पुलिस आरोप लगाने वाली लड़की और मृतक के दोस्तों से पूछताछ करेगी।
'बॉइज लॉकर रूम' के मेंबर थे 20 नाबालिग छात्र
पुलिस ने पता लगाया है कि दिल्ली और आसपास के इलाके के चार प्रसिद्ध स्कूलों के कम से कम 20 नाबालिग छात्र इंस्टाग्राम पर बने 'बॉइज लॉकर रूम' ग्रुप के मेंबर थे। ग्रुप में ये छात्र अपने साथ पढ़ने वाली लड़कियों के बारे में भद्दी बातें करते थे और अनुमति के बिना उनकी फोटो शेयर करते थे। ग्रुप में लड़कियों के साथ रेप करने की भी बात की जाती थी। रविवार को ग्रुप की जानकारी सोशल मीडिया पर सामने आई।
ग्रुप का ऐडमिनिस्ट्रेटर पुलिस हिरासत में
जांच में जुटे अधिकारियों ने बताया कि ग्रुप में कुल 22 मेंबर थे। इनमें से दो बालिग हैं और कॉलेज में पढ़ते हैं। सोमवार को पुलिस ने ग्रुप के ऐडमिनिस्ट्रेटर 15 वर्षीय छात्र को हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ में यह जानकारी मिली है।
ग्रुप के 10 मेंबर्स से फोन के जरिये हई बातचीत
पुलिस अधिकारी ने बताया, "हम बालिग छात्रों से पूछताछ कर रहे हैं। इसके अलावा कुछ नाबालिगों से भी सवाल-जवाब किए जा रहे हैं। हमें ग्रुप के लगभग सभी मेंबर्स के नाम मालूम है, लेकिन अभी हम और जानकारी जुटा रहे हैं।" मंगलवार को पुलिस ने 10 मेंबर्स से फोन पर पूछताछ की, जबकि हिरासत में लिए गए 15 वर्षीय छात्र को बाल सुधार गृह में रिमांड पर भेजा गया है।
इस तरह सोशल मीडिया पर पहुंचे ग्रुप के स्क्रीनशॉट
पुलिस ने बताया कि ग्रुप के एक मेंबर ने कन्वर्सेशन के स्क्रीनशॉट लेकर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ शेयर किए थे। इसके बाद इस ग्रुप का निशाना बनी एक लड़की ने इन्हें सोशल मीडिया पर शेयर किया था। एक अधिकारी ने कहा कि कुछ छात्रों ने बताया है कि वो इस बातचीत का हिस्सा नहीं थे और उन्हें यह बातचीत नुकसान पहुंचाने वाली नहीं लगी। उन्होंने कहा कि छात्रों को इस बातचीत के आपराधिक प्रवृति होने की जानकारी नहीं थी।
अप्रैल में बनाया गया था ग्रुप
बताया जा रहा है कि ग्रुप पिछले महीने की शुरुआत में बनाया गया था। अब पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि सोशल मीडिया पर शेयर किए गए सभी स्क्रीनशॉट इस ग्रुप के थे या कहीं और स्क्रीनशॉट लेकर शेयर किए जा रहे हैं। दूसरी तरफ दिल्ली महिला आयोग प्रमुख स्वाति मालीवाल ने लोगों से ऐसे ग्रुप से दूर रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि ऐसे ग्रुप में शामिल लड़कों को बख्शा नहीं जाएगा।