ट्रैक्टर परेड: उत्तर प्रदेश सरकार ने दिखाई सख्ती, 100 किसान नेताओं को आगरा में किया नजरबंद
क्या है खबर?
कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर परेड आयोजित करने के आह्वान पर सभी राज्यों से किसानों का दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है।
इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए सख्ती दिखाई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने परेड में शामिल होने दिल्ली आ रहे राज्य के 100 से अधिक किसानों को इन हाउस अरेस्ट (नजरबंद) कर दिया है। किसानों ने इसका विरोध किया है।
पृष्ठभूमि
क्या है गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली का पूरा मामला?
कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली बुलाई है।
ये रैली दिल्ली को घेरने वाले आउटर रिंग रोड पर निकाली जाएगी और 100 किलोमीटर लंबी इस परेड में हजारों ट्रैक्टर हिस्सा लेंगे। इन ट्रैक्टरों पर तिरंगे झंडे लगाए जाएंगे।
किसान संगठनों ने भरोसा दिया है कि इस ट्रैक्टर परेड के जरिए राजपथ पर होनी वाली गणतंत्र दिवस परेड में व्यवधान नहीं पहुंचाया जाएगा।
जानकारी
दिल्ली पुलिस ने शर्तों के साथ दी अनुमति
दिल्ली पुलिस ने शनिवार को किसान नेताओं से चर्चा करते हुए उन्हें सशर्त ट्रैक्टर परेड की अनुमति दे दी। रैली का मार्ग इस तरीके से निर्धारित किया गया है कि इसे सुरक्षित किया जा सके और रैली को कड़ी सुरक्षा प्रदान मिल सके।
गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश पुलिस ने 100 किसान नेताओं को किया नजरबंद
दिल्ली पुलिस की अनुमति मिलने के बाद सभी राज्यों से किसानों का दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है। इसी बीच उत्तर प्रदेश पुलिस ने आगरा में 100 किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया है।
पुलिस आगरा बॉर्डर पर वाहनों की कड़ी जांच कर रही है और ट्रैक्टरों को दिल्ली की ओर जाने से रोका जा रहा है।
इसका राज्य के किसानों ने विरोध किया है और नजरबंद किए गए सभी किसान नेताओं को जल्द छोड़ने की मांग की है।
आरोप
पेट्रोल पंपों को दिए ट्रैक्टरों में डीजल नहीं भरने के निर्देश
किसानों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने सभी पेट्रोल पंप संचालकों को ट्रैक्टरों में डीजल नहीं भरने के निर्देश दिए हैं।
एटा में कई स्थानों पर पुलिस ने किसानों को रास्ते में रोक दिया। विरोध में किसानों ने आधा घंटे तक यमुना एक्सप्रेस-वे जाम कर दिया।
भारतीय किसान यूनियन (भानु) के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि आगरा से हजारों किसानों का चिल्ला बॉर्डर पहुंचने का कार्यक्रम था, लेकिन पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया।
चेतावनी
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की नोएडा यात्रा में प्रदर्शन की चेतावनी
योगेश सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने 100 से अधिक किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया है और किसान यह बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि यदि किसानों को दिल्ली जाने की अनुमति नहीं दी गई तो किसान सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नोएडा यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन करेंगे।
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानिया ने कहा कि पुलिस ने 20 ट्रैक्टर और 200 किसानों को उनके घर के बाहर ही रोक दिया।
बयान
बसों और निजी वाहनों से जाएंगे दिल्ली- लवानिया
लवानिया ने कहा, "पुलिस आगरा के सैकड़ों किसानों को दिल्ली पहुंचने से नहीं रोक पाएगी। यदि पुलिस ट्रैक्टर ले जाने की अनुमति नहीं देती है तो किसान निजी वाहनों या बसों से जाएंगे। आगरा के किसान अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराएंगे।"
प्रतिक्रिया
कानून व्यवस्था बनाए रखने के किए उठाए गए कदम- गणेश
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक ए सतीश गणेश ने TOI को बताया, "हम राज्य में कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ने देना चाहते हैं। ऐसे में हम किसानों को दिल्ली जाने के लिए मना कर रहे हैं। शांति और लोगों की सुविधा के लिए सभी ऐहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि बड़ी संख्या में किसानों को दिल्ली जाने से हाईवे पर यातायात बाधित होगा। इससे आम जन को आवागमन में खासी परेशानी झेलनी पड़ सकती है।
रवानगी
इन क्षेत्रों से दिल्ली के लिए रवाना हुए किसान
बता दें कि ट्रैक्टर रैली के लिए रविवार को नांगल जाट, हल्दौर, कंबहुर, सालमाबाद, पदरथपुर और शाहवाजपुर के किसान भारतीय किसान यूनियन और राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के बैनर तले दिल्ली के लिए रवाना हुए।
इसी तरह सोमवार को बिजनौर से भी भारी संख्या में किसान आवश्यक रसद सामग्री और राष्ट्रीय ध्वज लेकर दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं। इतना ही नहीं बिजनौर से कई महिला किसान भी दिल्ली के लिए रवाना हुई हैं।