गुजरात: गरबा खेलते हुए एक दिन में 10 की हार्ट अटैक से मौत, अलर्ट पर अस्पताल
क्या है खबर?
गुजरात में नवरात्रि उत्सव के दौरान गरबा खेलते हुए लोगों के हार्ट अटैक आने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। बीते एक दिन में यहां हार्ट अटैक आने की वजह से कम से कम 10 लोगों की मौत हुई है।
मरने वालों में युवाओं से लेकर अधेड़ उम्र के लोग भी शामिल हैं। इन घटनाओं ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। अब सरकार ने गरबा स्थलों के आसपास के अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।
बच्चा
हार्ट अटैक से मरने वालों में 13 साल का बच्चा भी शामिल
गरबा खेलने के दौरान हार्ट अटैक से मरने वालों में बड़ौदा का एक 13 वर्षीय लड़का भी शामिल है। दूसरे मृतकों में अहमदाबाद के 28 वर्षीय रवि पांचाल हैं, जो गरबा खेलते हुए अचानक गिर गए थे।
वडोदरा के 55 वर्षीय शंकर राणा की भी गरबा खेलते हुए हार्ट अटैक आने से मौत हो गई है।
ताजा मामला खेड़ा जिले का है, जहां 17 वर्षीय वीर शाह गरबा खेलते हुए बेहोश हो गए, जिनकी बाद में मृत्यु हो गई।
एंबुलेंस
गरबे के समय बढ़ी एंबुलेंस के पास कॉल्स की संख्या
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात में आपातकालीन एंबुलेंस सेवाओं को नवरात्रि के पहले 6 दिनों में हृदय से संबंधित परेशानियों के लिए 521 फोन आए। 609 लोगों ने फोन कर सांस फूलने की शिकायत की।
इनमें से ज्यादातर फोन शाम 6 बजे से रात 2 बजे के बीच आए, जब आमतौर पर गरबा खेला जाता है। गुजरात के द्वारिका, सूरत और राजकोट से भी इस तरह के हादसे की खबरें हैं।
निर्देश
सरकार ने दिए गरबा आयोजकों को निर्देश
घटनाओं को देखते हुए सरकार ने गरबा आयोजकों को विशेष निर्देश जारी किए हैं।
गरबा स्थलों के पास सभी सरकारी अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (CHC) को अलर्ट जारी किया गया है। सरकार ने आयोजकों से पांडालों में एंबुलेंस के प्रवेश के लिए कॉरिडोर बनाने को भी कहा है।
इसके अलावा आयोजक खुद भी पांडालों में पर्याप्त पानी, स्टाफ को कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) की ट्रेनिंग और डॉक्टरों और एंबुलेंस की व्यवस्था कर रहे हैं।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
CPR यानी कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन एक तरह की प्राथमिक चिकित्सा है। यह तब काम आती है, जब किसी की सांस या दिल की धड़कन रुक जाए। बिजली का झटका लगने, पानी में डूबने और दम घुटने पर भी CPR का सहारा लिया जाता है।
ये तकनीक तब काम आती है, जब आसपास डॉक्टर उपलब्ध न हो। CPR में मुख्य रुप से 2 काम किए जाते हैं। पहला- छाती को दबाना और दूसरा- मुंह से सांस देना।