#NewsBytesExclusive: नवीन कुमार ने खुद को कैसे बनाया 'नवीन एक्सप्रेस', पढ़ें उनसे खास बातचीत
प्रो कबड्डी लीग का सातवां सीजन चल रहा है और फिलहाल सबकी जुबान पर एक ही नाम है और वह दिल्ली के 'नवीन एक्सप्रेस'। 19 वर्षीय रेडर नवीन कुमार ने इस सीजन अब तक खेले 9 मैचों में से 8 में सुपर टेन लगाया है और साथ ही वह इस सीजन 100 से ज़्यादा प्वाइंट लेने वाले दूसरे खिलाड़ी भी हैं। नवीन ने अपने करियर और लीग से जुड़ी तमाम चीजों पर न्यूजबाइट्स से खास बातचीत की। आइए जानें।
अपने दूसरे सीजन में ही पोस्टर ब्वॉय बन चुके हैं नवीन
प्रो कबड्डी में खेलने वाले नवीन 2000 में जन्में पहले खिलाड़ी हैं और उन्होंने सबसे कम उम्र में किसी टीम के लिए एक सीजन में सबसे ज़्यादा प्वाइंट लिए थे। नवीन ने अपने पहले सीजन में 177 प्वाइंट लिए थे और दिल्ली को पहली बार प्ले-ऑफ में पहुंचाया था। इस सीजन भी वह शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और लगातार 8 सुपर टेन लगाने के प्रदीप नरवाल के रिकॉर्ड की बराबरी करने और उसे तोड़ने की कगार पर हैं।
न्यू यंग प्लेयर के रूप में दिल्ली आए थे नवीन
प्रो कबड्डी के न्यू यंग प्लेयर (NYP) सिस्टम के तहत दिल्ली ने पिछले सीजन नवीन को 6 लाख 60 हजार रुपये की कीमत में खरीदा था। इस सीजन भी दिल्ली ने उन्हें 30 लाख रुपये में टीम में बनाए रखा है।
दादाजी ने कराया कबड्डी से परिचय
नवीन ने बताया कि कम उम्र में ही उन्होंने कबड्डी खेलना शुरु कर दिया था और अपने सफर की शुरुआत के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि उनके दादाजी ने कबड्डी से उनका परिचय कराया था। उन्होंने कहा, "मेरे दादाजी पहलवानी करते थे और वह काफी कम उम्र में ही मुझे कबड्डी खेलने के लिए ले गए। उसके बाद मैं पढ़ाई के समय पढ़ाई और प्रैक्टिस के समय प्रैक्टिस करता था।"
हमेशा मिला परिवार का साथ
नवीन ने बताया कि उन्हें किसी तरह की परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा। उन्होंने कहा, "मेरे परिवार ने पूरी तरह से मुझे सपोर्ट किया और उन्होंने कहा कि तुझे कबड्डी खेलना है निश्चिंत होकर खेल।"
डिफेंडर के तौर पर की थी शुरुआत
रेडर नवीन को तो हम सभी जानते हैं, लेकिन बेहद कम लोगों को पता होगा कि नवीन ने कबड्डी की शुरुआत राइट कॉर्नर के तौर पर की थी। शुरुआती दौर के बारे में पूछने पर नवीन ने कहा, "शुरुआत में मैं डिफेंडर के तौर पर खेलता था, लेकिन कोच ने कहा कि मैं अच्छा रेडर बन सकता हूं। अगले साल अंडर-17 स्कूल गेम्स में मैं बेस्ट रेडर था और उसके बाद मैंने रेडिंग को ही अपना विभाग बना लिया।"
तमाम दिग्गजों के बीच नाम बनाने के लिए काफी मेहनत की
नवीन से जब हमने पूछा कि उन्हें प्रदीप नरवाल और राहुल चौधरी जैसे दिग्गजों के बीच अपनी जगह बनाने के लिए कितनी मेहनत करनी पड़ी तो उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने काफी ज़्यादा प्रैक्टिस की है। इसके अलावा नवीन ने कहा, "जैसा कि हमारे कोच हमें बताते हैं हम वैसा ही करते हैं और इतने बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।"
इस सीजन लगभग सेम टीम के साथ बने रहने का मिल रहा है फायदा
दिल्ली के पिछले सीजंस की तुलना में इस सीजन टीम इतना अच्छा प्रदर्शन कैसे कर रही है? पूछने पर नवीन ने कहा कि लगभग सेम टीम होने का उन्हें फायदा मिल रहा है। युवा रेडर ने कहा, "ज़्यादातर टीमों ने खिलाड़ी बदले हैं, लेकिन हमारी टीम पिछले सीजन वाली है। 1-2 खिलाड़ियों को छोड़कर बाकी सब पुराने हैं जिससे हमारे बीच समझ अच्छी बन गई है और हमें उसका फायदा मिल रहा है।"
'आठ सुपर टेन लगाने के बाद भी संतुष्ट नहीं हूं'
नवीन ने इस सीजन 9 मैचों में 8 सुपर टेन लगाए हैं, लेकिन अभी भी उन्हें लगता है कि वह और भी बेहतर कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "सुपर टेन लगा रहा हूं तो काफी अच्छा लग रहा है, लेकिन अच्छी बात है कि हमारी टीम लगातार जीत रही है। अपने प्रदर्शन को लेकर मैं संंतुष्ट नहीं हूं क्योंकि काफी मैच बाकी हैं और मैं लगातार अच्छा करना चाहता हूं।"
टूटने के लिए ही बनते हैं रिकॉर्ड
एक सीजन में सबसे ज़्यादा सुपर टेन लगाने के रिकॉर्ड के बारे में नवीन ने कहा, "वैसे तो रिकॉर्ड के बारे में मैं नहीं सोच रहा हूं, लेकिन फिर भी रिकॉर्ड तो टूटने के लिए ही बनते हैं।"
लीग में सारी टीमों के डिफेंडर अच्छे- नवीन
नवीन से जब पूछा गया कि क्या वह किसी डिफेंडर से डरते हैं तो उन्होंने कहा कि हर टीम का डिफेंस अच्छा है और सारे ही डिफेंडर बढ़िया हैं। उन्होंने आगे कहा, "सारी टीमों का डिफेंस अच्छा है, लेकिन आउट होने पर मेरी टीम का डिफेंस भी मुझे इन करने में सक्षम है। जोगिंदर और रविंदर हमेशा बड़े भाई की तरह समझाते हैं और मेरा हौसला बढ़ाते हैं।"
न्यूजबाइट्स के रीडर्स के नाम नवीन का संदेश
बातचीत समाप्त करते समय नवीन ने न्यूजबाइट्स के रीडर्स को संदेश दिया कि वे उन्हें और उनकी टीम को ऐसे ही सपोर्ट करते रहें। नवीन ने कहा, "जितने भी लोग कबड्डी को चाहने वाले हैं, हमारी टीम को चाहने वाले हैं या मुझे चाहने वाले हैं उनसे विनती है कि आप लोग मैच देखने आएं। अगर नहीं आ सकते तो ऑनलाइन मैच देखें और हमेें सपोर्ट करें। आपकी दुआएं ही हमें आगे ले जाएंगी।"