
जावेद अख्तर बोले- पाकिस्तान और नरक में एक चुनना हो तो मैं नरक जाना पसंद करूंगा
क्या है खबर?
बॉलीवुड के दिग्गज लेखक जावेद अख्तर अक्सर अपनी तीखी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। वह हर मुद्दे पर बड़ी बेबाकी से अपनी राय रखते हैं। हालांकि, इस चक्कर में उन्हें कई बार ट्रोलिंग का शिकार भी होना पड़ता है।
हाल ही में मुंबई में हुए एक कार्यक्रम में जावेद ने एक ऐसा बयान दे दिया, जिसने सामाजिक और राजनीतिक हलकों में चर्चा छेड़ दी।
ऐसा क्या बोल दिया जावेद ने, आइए जानते हैं।
बयान
कट्टरपंथ के खिलाफ बुलंद की आवाज
जावेद ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान पर एक बड़ा बयान दिया ।
ANI से उन्होंने कहा, "अगर मुझे पाकिस्तान या नरक में से कोई एक चुनने का मौका मिले तो मैं नरक जाना पसंद करूंगा। कभी मिलिएगा तो मैं दिखाऊंगा अपना व्हाट्सऐप और ट्विटर, जहां मुझे दोनों तरफ से गालियां आती हैं। कई तारीफ भी करते हैं, लेकिन यह सच है कि मुझे इधर का कट्टरपंथी भी गाली देता है और उधर का कट्टरपंथी भी गाली देता है।"
दो टूक
कहते हैं तुम काफिर हो नरक में चले जाओ- जावेद
जावेद बोले, "एक तरफ कहते हैं कि तुम काफिर हो और नरक में चले जाओ। दूसरी तरफ कहते हैं कि तुम जिहादी हो और पाकिस्तान चले जाओ। मुझे नरक और पाकिस्तान में से किसी एक को चुनना पड़े तो मैं नरक जाना पसंद करूंगा।"
जावेद अख्तर अपने स्पष्ट विचारों और सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं. उनके अनुसार, सार्वजनिक जीवन में सक्रिय व्यक्ति को न केवल समर्थन बल्कि आलोचना के लिए भी तैयार रहना चाहिए।
सराहना
मुंबई के प्रति जताया आभार
जावेद ने अपनी कर्मभूमि मुंबई के प्रति भी हार्दिक सराहना व्यक्त की।
उन्होंने कहा, "मैंने जो कुछ भी हासिल किया, वह मुंबई और महाराष्ट्र ने मुझे दिया। मैं सात जन्मों में भी मुंबई का कर्ज नहीं चुका पाऊंगा। पिछले 30 वर्षों में मुझे 4 बार पुलिस सुरक्षा मिली है। चार में से तीन बार मुझे मुल्लाओं से धमकियां मिलीं। इससे पहले, एएन रॉय पुलिस कमिश्नर थे। उन्होंने मुझे सुरक्षा दी, इसलिए मैं मुंबई को कभी नहीं भूलूंगा।"
लोकप्रियता
पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित हैं जावेद
जावेद सिर्फ हिंदी फिल्मों के गीतकार और पटकथा लेखक ही नहीं, बल्कि वह एक कवि भी हैं।
उन्होंने 'सीता और गीता', 'जंजीर', 'दीवार' और 'शोले' जैसी शानदार फिल्मों के स्क्रिप्ट और डायलॉग्स लिखे हैं।
इसके अलावा उन्होने 'तेजाब', '1942: अ लव स्टोरी', 'बॉर्डर' जैसी जबरदस्त फिल्मों के लिए गीत भी लिखे हैं। लेखक सलीम खान के साथ उनकी जोड़ी सुपरहिट रही है।
भारत सरकार सिनेमा में उनके अहम योगदान के लिए उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित कर चुकी है।