करोड़ों की रिश्वत ठुकराकर आसाराम को जेल पहुंचाने वाले सोलंकी का किरदार निभा रहे मनोज बाजपेयी
इन दिनों मनोज बाजपेयी की फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' चर्चा में है। फिल्म आसाराम के खिलाफ नाबालिग से रेप के आरोप पर आधारित है। इस फिल्म में मनोज वकील पूनम चंद सोलंकी का किरदार निभा रहे हैं, जिन्होंने अपनी दृढ़ता और समझदारी से इस गरीब परिवार को न्याय दिलाया था। आज सोलंकी की ईमानदारी और बहादुरी पर सारे देश को गर्व है, लेकिन यह रास्ता इतना आसान नहीं था। आइए सोलंकी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
राजस्थान विश्वविद्यालय से की कानून की पढ़ाई
आसाराम को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने वाले पूनम चंद सोलंकी साल 1996 से बार काउंसिल ऑफ राजस्थान से जुड़े हुए हैं। उन्हें राजस्थान हाई कोर्ट में एक नाबालिग लड़की के लिए आसाराम के खिलाफ केस लड़ने के लिए जाना जाता है। सोलंकी का जन्म 1968 में राजस्थान के एक छोटे से गांव में हुआ था। उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय में कानून की पढ़ाई की थी और फिर एक वकील के रूप में अपना करियर शुरू किया।
जान से मारने की मिली थी धमकी
2013 में उन्हें आसाराम द्वारा रेप के मामले में नाबालिग लड़की के वकील के रूप में नियुक्त किया गया था। ट्रायल के दौरान सोलंकी को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई और उनके परिवार को भी निशाना बनाया गया। हालांकि, वह न्याय के रास्ते पर अडिग रहे। 2018 में आसाराम को रेप का दोषी ठहराया गया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।
मुफ्त में लड़ा केस, ठुकराई करोड़ों की रिश्वत
आसाराम मामले में सोलंकी की जीत एक ऐतिहासिक क्षण था। खास बात यह है कि सोलंकी ने लड़की के परिवार की आर्थिक हालत देखते हुए यह केस बिना फीस के लड़ा था। राम जेठमलानी और सुब्रमण्यम स्वामी जैसे वरिष्ठ वकीलों के सामने सोलंकी ने मजबूती और निडरता से तथ्य पेश किए और आसाराम को सलाखों के पीछे भेजने में कामयाब हुए। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दौरान उन्हें करोड़ों की रिश्वत देने की भी कोशिश की गई थी।
23 मई को आएगी फिल्म
सारे साम, दाम, दंड, भेद के सामने सोलंकी का अडिग रहना एक मिसाल है। मनोज की फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' की वजह से उनकी बहादुरी के किस्से एक बार फिर से चर्चा में हैं। फिल्म 23 मई को ZEE5 पर आ रही है। फिल्म का निर्देशन अपूर्व सिंह कार्की ने किया है। एक इंटरव्यू में बात करते हुए मनोज ने कहा था कि यह फिल्म लोगों के लिए आंखें खोलने वाली होगी।