
काजोल इन फिल्मों में बनीं मां, दर्शकों के साथ-साथ समीक्षकों के भी जीत लिए दिल
क्या है खबर?
काजोल फिल्म 'मां' को लेकर चर्चा में हैं। इसमें उन्होंने एक ऐसी मां का किरदार निभाया है, जो अपनी बेटी को बुरी शक्तियों से बचाने के लिए भक्षक बन जाती है।
पिछले कई दिनों से काजोल इसी फिल्म के प्रचार-प्रसार में जुटी हैं।
हालांकि, इससे पहले भी कई फिल्मों में वह मां की भूमिका अदा कर चुकी हैं।
आइए जानें कौन-सी हैं वो फिल्में, जिनमें मां बनकर काजोल ने न सिर्फ दर्शकों, बल्कि समीक्षकों से भी खूब वाहवाही लूटी।
#1
'दिल क्या करे'
साल 1999 में आई फिल्म 'दिल क्या करे' काजोल-अजय देवगन की शादी के बाद रिलीज हुई उनकी पहली फिल्म थी।
फरवरी में शादी के बाद ठीक 7 महीने बाद यानी 24 सितंबर, 1999 को फिल्म 'दिल क्या करे' रिलीज हुई। इस फिल्म में अजय और काजोल के साथ महिमा चौधरी भी थीं।
फिल्म में काजोल ने बाल कलाकार अक्षिता गरूड की बायोलॉजिकल मां का किरदार निभाया था।
फिल्म तो पिट गई, लेकिन काजोल ने सबका दिल जीत लिया।
#2 और 3
'कभी खुशी कभी गम' और 'फना'
'कभी खुशी कभी गम' में भी काजोल ने मां का किरदार निभाया था। इसमें काजोल और शाहरुख खान के बेटे का किरदार अभिनेता जिब्रान खान ने निभाया था। 40 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने 136 कोड़ रुपये कमाए थे।
दूसरी ओर आमिर खान के साथ आई फिल्म 'फना' में काजोल ने एक अविवाहित मां का किरदार निभाकर खूब वाहवाही लूटी थी। 30 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस फिल्म ने 105 करोड़ रुपये कमाए थे।
#4 औश्र #5
'माय नेम इज खान' और 'हेलीकॉप्टर ईला'
'माय नेम इज खान' आतंकवाद, इस्लामोफोबिया और विकलांग लोगों को लेकर समाज के रवैया के बारे में है। फिल्म कई मुद्दों पर बात करती है। इसमें काजोल एक दुःखी मां और असहाय पत्नी के किरदार में शानदार लगीं। 85 करोड़ रुपये के बजट वाली इस फिल्म ने 223 करोड़ रुपये कमाए थे।
दूसरी ओर 'हेलीकॉप्टर ईला' में काजोल एक ऐसी मां बनीं, जिसे अपने जवान होते बेटे की चिंता सताती रहती है। काजोल का अभिनय फिल्म में देखने लायक था।
#6 और #7
'वी आर फैमिली' और 'सलाम वैंकी'
फिल्म 'वी आर फैमिली' में काजोल ने 3 बच्चों की मां के रूप में अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई थी। एक ऐसी मां, जिसकी जिंदगी बस उसके तीनों बच्चों के इर्द-गिर्द घूमती है। इसमें उनके साथ करीना कपूर और अर्जुन रामपाल नजर आए थे।
दूसरी ओर 'सलाम वैंकी' में काजोल एक ऐसी मां बनीं, जो पल-पल अपने मरते बेटे को देखने के बावजूद मजबूती से इस सच्चाई का सामना करती है। फिल्म ने दर्शकों की आंखें नम कर दी थी।