प्रेम चोपड़ा खलनायक बन छाए, OTT पर देखिए उनके उम्दा अभिनय से सजीं ये फिल्में
बॉलीवुड में खूंखार खलनायक के रूप में पहचान बनाने वाले अभिनेता प्रेम चोपड़ा आज यानी 23 सितंबर को अपना 88वां जन्मदिन मना रहे हैं। लाहौर में जन्मे चोपड़ा ने अपने करियर में करीब 380 फिल्मों में काम किया है। अभिनेता हीरो बनना चाहते थे, लेकिन जब बतौर हीरो उनकी फिल्में नहीं चलीं तो उन्होंने खलनायक बन पर्दे पर अपनी किस्मत आजमाई और छा गए। आइए आज उनके जन्मदिन के अवसर पर उनकी कुछ बेहतरीन फिल्मों के बारे में जानते हैं।
'उपकार'
मनोज कुमार के निर्देशन में बनी फिल्म 'उपकार' 1967 में आई थी। इसी फिल्म ने ही चोपड़ा को बतौर खलनायक पहचाने दिलाने में मदद की थी। फिल्म की कहानी दो भाइयों की थी, जिसमें भरत (मनोज) अपने भाई पूरन (चोपड़ा) को पढ़ाने के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर देते हैं। हालांकि, पूरन एक लालची आदमी बन जाता है और पैसे कमाने के लिए ड्रग्स की तस्करी में शामिल हो जाता है। यह फिल्म ZEE5 पर मौजूद है।
'दो रास्ते'
राज खोसला की 1969 में आई फिल्म 'दो रास्ते' को लोगों ने काफी पसंद किया था। इस फिल्म में चोपड़ा बलराज साहनी और राजेश खन्ना जैसे मंझे हुए सितारों के साथ नजर आए थे, लेकिन अपने अभिनय से वह अलग छाप छोड़ने में सफल रहे थे। फिल्म में चोपड़ा, बिरजू की भूमिका में दिखे थे, जो अपनी पत्नी के साथ मिलकर अपने ही घर में विवाद करा देता है। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर मौजूद है।
'कटी पतंग'
1971 में चोपड़ा 'कटी पतंग' में नजर आए और अपने उम्दा प्रदर्शन के लिए उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित भी किया गया था। फिल्म में आशा पारेख, सुलोचना लाटकर और राजेश शामिल थे। इसमें दिखाया गया है कि चोपड़ा, आशा के किरदार को अपने प्यार के जाल में फंसा कर धोखा देते हैं। फिल्म में उनके अभिनय को काफी सराहा गया था। इस फिल्म को अमेजन प्राइम वीडियो के साथ ही यूट्यूब पर भी देखा जा सकता है।
'बॉबी'
1973 में आई फिल्म 'बॉबी' में पहले चोपड़ा ने काम करने से इनकार कर दिया था, लेकिन जब उन्हें राज कपूर के निर्देशन करने की बात पता चली तो वह मान गए। फिल्म में चोपड़ा का डायलॉग, "प्रेम नाम है मेरा", इतना लोकप्रिय हुआ कि वह जहां भी जाते, लोग उनसे इसे एक बार बोलने के लिए कहते। फिल्म में ऋषि कपूर, डिंपल कपाड़िया, दुर्गा खोटे और प्राण मुख्य भूमिका में शामिल थे। यह फिल्म MX प्लेयर पर उपलब्ध है।
'फूल बने अंगारे'
1991 में आई फिल्म 'फूल बने अंगारे' में चोपड़ा को रेखा के साथ काम करने का मौका मिला था। इसमें वह एक भ्रष्ट मंत्री की भूमिका में दिखे थे, जिसमें उन्हें काफी पसंद किया गया था। फिल्म में दिखाया गया था कि एक पुलिस अधिकारी को मंत्री के एक व्यक्ति की हत्या कराने के सबूत मिलते हैं, लेकिन मंत्री उसकी ही हत्या करा देता है। बाद में उसकी पत्नी पुलिस की नौकरी करती है। यह फिल्म ZEE5 पर मौजूद है।
न्यूजबाइट्स प्लस
चोपड़ा देश के विभाजन के बाद अपने परिवार के साथ शिमला आ गए थे। इसके बाद शिमला में पढ़ाई पूरी कर वह मुंबई आए, लेकिन उन्हें काम नहीं मिला। ऐसे में उन्होंने काफी समय तक एक अखबार में बतौर सर्कुलेशन ऑफिसर काम किया था।