कादर खान ने इन कॉमेडी किरदारों से जीता था दर्शकों का दिल, OTT पर उठाएं आनंद
दिग्गज अभिनेता कादर खान अपने अभिनय के साथ ही शानदार लेखन कला के लिए भी जाने जाते थे। 1973 में फिल्म 'दाग' से बॉलीवुड में कदम रखने वाले कादर ने 300 से अधिक फिल्मों में काम किया है। 22 अक्टूबर, 1937 को अफगानिस्तान के काबुल में जन्मे कादर भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी फिल्में आज भी लोगों को पसंद आती हैं। आइए अभिनेता की जयंती के मौके पर उनके शानदार किरदारों पर नजर डालते हैं।
'दूल्हे राजा'
1998 में आई फिल्म 'दूल्हे राजा' में कादर ने पांच सितारा होटल के मालिक केके सिंघानिया का किरदार निभाया था, जिसमें उनकी शानदार कॉमिक टाइमिंग ने लोगों को खूब हंसाया था। फिल्म में कादर की अपने आलीशान होटल के सामने गोविंदा के होटल खोलने और उनकी बेटी से शादी करने को लेकर शुरू हुई नोंकझोक को लोगों ने काफी पसंद किया था। रोमांस और कॉमेडी से भरपूर फिल्म 'दूल्हे राजा' अमेजन प्राइम वीडियो पर मौजूद है।
'बड़े मियां छोटे मियां'
1998 में ही कादर एक और फिल्म का हिस्सा बने, जिसमें एक्शन के साथ कॉमेडी का तड़का लगा था। फिल्म की कहानी 2 चोर और 2 सिपाहियों के किरदार में नजर आए अमिताभ बच्चन और गोविंदा पर आधारित थी, जिसमें भी कादर अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे थे। एक होटल के मालिक और उसके वेटर की दोहरी भूमिका में नजर आए कादर कुछ ही मिनटों में पर्दे पर छा गए थे। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर मौजूद है।
'हसीना मान जाएगी'
डेविड धवन के निर्देशन में बनी फिल्म 'हसीना मान जाएगी' अपने समय की सबसे सफल रोमांटिक कॉमेडी फिल्मों में से एक थी, जिसमें गोविंदा और संजय दत्त एक-दूसरे के भाई के किरदार में नजर आए थे। कादर ने फिल्म में अमीरचंद की भूमिका निभाई थी, जिसके बोलने के अंदाज को दर्शकों ने काफी पसंद किया। फिल्म में सतीश कौशिक, अनुपम खेर, करिश्मा कपूर और पूजा बत्रा भी शामिल थे। इस फिल्म का आनंद आप ZEE5 पर उठा सकता है।
'साजन चले ससुराल'
1996 में कादर फिल्म 'साजन चले ससुराल' में मिस्टर खुराना के किरदार में दिखे, जो तब्बू के पिता हैं। कादर जितनी भी देर पर्दे पर नजर आए, लोगों का दिल जीत में कामयाब रहे। फिल्म में श्यामसुंदर (गोविंदा) अपनी पत्नी (करिश्मा) की मौत के बाद दिव्या (तब्बू) से शादी कर लेता है। हालांकि, जब उसे पता चलता है कि पत्नी जिंदा है, तो वह दोनों शादियों को छुपाने की कोशिश में लग जाता है। यह फिल्म ZEE5 पर उपलब्ध है।
'अंखियों से गोली मारे'
2000 में आई फिल्म 'अंखियों से गोली मारे' में कादर की शानदर कॉमिक टाइमिंग देखने को मिली थी। फिल्म में अभिनेता ने 90 के दशक के मुंबई के ठग अखेंद्र 'टोपीचंद' भांगरे की भूमिका निभाई थी, जिसे देख दर्शक भी खुद को ठहाके लगाने से नहीं रोक पाए थे। फिल्म में अभिनेता की उम्दा अदाकारी ने साबित कर दिया था कि वह किसी भी किरदार में आसानी से ढल जाते हैं। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर मौजूद है।
200 फिल्मों के लिए लिखे थे कादर ने डायलॉग
फिल्मों में आने से पहले कादर सिविल इंजीनियरिंग पढ़ाया करते थे। इसके बाद बॉलीवुड में आकर उन्होंने 200 फिल्मों के लिए डायलॉग भी लिखे। अमिताभ बच्चन की फिल्म 'अग्निपथ' के डायलॉग, 'विजय दीनानाथ चौहान, पूरा नाम, बाप का नाम दीनानाथ चौहान...' कादर ने लिखा था।