'12वीं फेल' में विक्रांत मैसी ने नहीं किया मेकअप, चंबल की चिलचिलाती धूप से बदली सूरत
विक्रांत मैसी की फिल्म '12वीं फेल' में 27 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म का निर्देशन विधु विनोद चोपड़ा ने किया है। फिल्म में विक्रांत ने चंबल के एक गांव से निकले IPS अफसर मनोज कुमार शर्मा का किरदार निभाया है। उन्होंने मनोज की जिंदगी के अलग-अलग दौर को पर्दे पर उतारा है, जिसके लिए उन्होंने खूब मेहनत की। विक्रांत को अपना वजन घटाने-बढ़ाने से लेकर त्वचा का रंग भी बदलना पड़ा।
विक्रांत ने नहीं किया मेकअप का इस्तेमाल
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में विक्रांत ने बताया कि विधु हर काम में वास्तविकता चाहते हैं। उन्हें कुछ भी बनावटी नहीं चाहिए। विक्रांत ने कहा, "मैंने नाम मात्र का मेकअप इस्तेमाल किया था। विधु कभी समझौता नहीं करते हैं। हमने असली लोकेशन पर असली छात्रों के बीच शूटिंग की है। हमने UPSC की तैयारी कराने वाले शिक्षक विकास दिव्यकीर्ति को शामिल किया। इन सबके साथ मेकअप का इस्तेमाल करने का तो सवाल ही नहीं उठता था।"
धूप में बैठकर जलाई त्वचा
विक्रांत ने बताया कि उन्होंने चंबल के गांव में धूप से अपनी त्वचा का रंग गहरा किया था। उन्होंने बताया, "विधु सर ने शूटिंग के 8 दिन पहले मुझे चंबल भेज दिया था। उन्होंने मुझे प्राकृतिक तरीके से रंग गहरा करने के लिए कहा। मैं हर रोज अपने शरीर पर सरसों का तेल लगाकर 2-3 घंटे छत पर बैठता था। मेरी त्वचा जल गई थी और चेहरे पर धब्बे पड़ गए थे।"
3 महीने में घटाया 8-9 किलो वजन
फिल्म में विक्रांत ने 12वीं के लड़के से लेकर अफसर बनने तक के सफर को दिखाया है। इसके लिए उन्हें अपने वजन पर भी खूब काम करना पड़ा। उन्होंने 3 महीने में अपना 8-9 किलो वजन कम किया। इसके बाद 1.5 महीने में ही उन्हें दोबारा वजन बढ़ाना पड़ा। विक्रांत के अनुसार, वजन बढ़ाना ज्यादा चुनौतीपूर्ण था। इसके लिए उन्होंने खूब गुलाब जामुन और समोसे खाए। हालांकि, वजन बढ़ाने के लिए उन्होंने घर का खाना ज्यादा पसंद किया।
क्या चंबल में होता है डाकुओं का डर?
एक समय में चंबल का इलाका डकैतों के लिए कुख्यात था। कई लोग इसे अब भी इसी खौफ से जोड़कर देखते हैं। विक्रांत ने कहा, "यह बहुत ग्रामीण इलाका है। लोग अब भी यही सोचते हैं कि यहां डाकू रहते हैं। ऐसा नहीं है। हमने अपनी फिल्म में भी यही बताया है। यह सूखा क्षेत्र है और कृषि के लिए उपयुक्त नहीं है। अगर विधु सर मुझे पहले से वहां नहीं भेजते तो मैं अपना किरदार नहीं समझ पाता।"
न्यूजबाइट्स प्लस
'12वीं फेल' अनुराग ठाकुर की किताब '12वीं फेल' पर आधारित है। यह किताब IPS मनोज शर्मा की कहानी है, जो 12वीं में फेल हो गए थे, लेकिन फिर उन्होंने IPS बनने का प्रण लिया। आर्थिक संघर्षों के बीच उन्होंने UPSC की तैयारी की थी।