मलयालम फिल्म निर्देशक एम मोहन का निधन, 76 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा
क्या है खबर?
दक्षिण भारतीय सिनेमा से एक दुखद खबर सामने आ रही है। दरअसल, मलयालम सिनेमा के जाने-माने निर्माता और निर्देशक एम मोहन का निधन हो गया है।
76 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। उन्होंने आज (27 अगस्त) कोच्चि के एक निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली।
वह पिछले लंबे समय से उम्र से संबंधित कुछ बीमारियों का इलाज करवा रहे थे। मोहन के परिवार में उनकी पत्नी अनुपमा और दो बेटे उपेंधर और पुरंदर हैं।
करियर
मोहन ने दीं कई हिट फिल्में
फिल्म निर्माता मोहन के आकस्मिक निधन से फिल्म उद्योग में शोक का माहौल है।
उन्होंने 1970 के दशक के अंत में अपना करियर शुरू किया और 2005 में अपनी आखिरी फिल्म बनाई थी।
'इदावेला', 'विदा परायुम मुनपे', 'अलोलम', 'थीर्थम', 'मुखम', 'अंगने ओरु अवधिकलाथु', 'पक्षे और 'मंगलम नेरुन्नु' उनकी बहुचर्चित फिल्मों में से हैं।
मोहन ने 1978 में आई फिल्म 'वडाका विदु' के जरिए मलयालम सिनेमा में बतौर निर्देशन अपनी शुरुआत की थी। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई।
लेखक
मोहन ने इन फिल्मों की लिखी कहानी
मोहन जाने-माने पटकथा लेखक भी थे। निर्देशन के अलावा उन्होंने 5 फिल्मों की पटकथा लिखी थी, जिनमें 'एंजीन ओरु अवधिकलाथु', 'मुखम', 'श्रुति', 'अलोलम' और 'विदा परायुम मुनपे' शामिल हैं।
उन्होंने 'इथिले इनियुम वरु' और 'कथायरियाथे' जैसी फिल्मों की कहानियों में भी अपना योगदान दिया था।
बता दें कि मोहन की पत्नी अनुपम एक प्रसिद्ध कुचिपुड़ी नृत्यांगना हैं और उन्होंने मलयालम फिल्म उद्योग में एक अभिनेत्री के रूप में काम किया है।
अनुपमा फिल्म 'रांडू पेनकुट्टिकल' में नजर आ चुकी हैं।