रुपाली गांगुली से पहले टीवी के ये सितारे आजमा चुके राजनीति में अपनी किस्मत
आज यानी 1 मई को टीवी की जानी-मानी अभिनेत्री रुपाली गांगुली पूरा दिन चर्चा में रही और उनका सुर्खियों में रहना भी वाजिब था, वो भाजपा में जो शामिल हो गई हैं। उनके राजनीति में कदम रखने के कुछ प्रशंसक खुश हैं तो कुछ तो इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं उनका सुपरहिट शो 'अनुपमा' बंद तो नहीं हो रहा है। बहरहाल, आइए उन टीवी सितारों के बारे में जानें, जो राजनीति में पारी खेल चुके हैं।
स्मृति ईरानी
धारावाहिक 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' से स्मृति ईरानी घर-घर में प्रसिद्ध हो गई थीं। टीवी जगत के बाद सियासी जगत में भी उन्होंने खूब नाम कमासा। स्मृति ने 2003 में भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा। उन्हें महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया। 2011 में स्मृति को राज्यसभा भेजा गया। वह 2011 से लेकर मई 2014 तक कोयला एवं स्टील कमिटी की सदस्य रहीं। 26 मई 2014 को स्मृति मानव संसाधन विकास मंत्री बनी थीं।
अरविंद त्रिवेदी और दीपिका चिखलिया
'रामायण' में लंकेश का किरदार निभाने वाले अरविंद त्रिवेदी का अभिनय के साथ-साथ राजनीति से भी जुड़ाव रहा। लोकप्रियता चरम पर थी, जब उन्होंने भाजपा के टिकट पर 1991 में गुजरात की साबरकांठा सीट से चुनाव लड़ा और विजयी भी हुए। वह 1991 से 1996 तक लोकसभा के सांसद रहे। उधर 'रामायण' की सीता उर्फ दीपिका चिखलिया ने 1991 में भाजपा की उम्मीदवार के रूप में गुजरात की बड़ौदा (अब वडोदरा) लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीतकर संसद पहुंचीं।
अरुण गोविल और भारती सिंह
रामानंद सागर के लोकप्रिय धारावाहिक 'रामायण' में भगवान राम का किरदार निभाकर घर-घर में मशहूर हुए अभिनेता अरुण गोविल भी राजनीति में कदम रख चुके हैं। अभिनेता इस साल मेरठ से भाजपा के लिए चुनाव लड़ने वाले हैं। कॉमेडियन भारती सिंह ने पंजाब में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से न सिर्फ प्रचार किया, बल्कि राजनीति में खूब काम भी किए। हालांकि, अब उन्होंने खुद को सियासी जगत से दूर कर लिया है।
मुकेश खन्ना और कृतिका कामरा
मुकेश खन्ना ने भी एक्टिंग छोड़ भारतीय जनता पार्टी की हिस्सेदारी ली थी। 'शक्तिमानश् का किरदार निभाकर देशभर में मशहूर हुए मुकेश ने अब राजनीति जगत को अलविदा कह दिया है। हालांकि, राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय रखने से वह पीछे नहीं हटते। उधर मशहूर टीवी अभिनेत्री काम्या पंजाबी ने 2021 में कांग्रेस का दामन थामा था। हालांकि, उनका राजनीतिक सफर अच्छा नहीं रहा। लिहाजा उन्होंने इससे दूरी बना ली।
ये भी हैं शामिल
'भाभी जी घर पर हैं' में अंगूरी भाभी का किरदार निभा चुकीं शिल्पा शिंदे ने कांग्रेस का हाथ थामा था तो राखी सावंत ने खुद अपनी पार्टी बनाई थी, वहीं नवजोत सिंह सिद्धू कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों में समय बिता चुके हैं।