'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' से 'CID' तक, टीवी पर सबसे लंबे समय तक चले धारावाहिक
दर्शकों के मनोरंजन का ध्यान रखते हुए आए दिन छोटे पर्दे पर नए-नए धारावाहिक लॉन्च हो रहे हैं। कुछ दर्शकों की कसौटी पर खरे उतरते हैं तो कुछ को दर्शक नकार देते हैं। हालांकि, आज हम आपको टीवी जगत के कुछ ऐसे धारावाहिकाें के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लंबे समय से अपनी सफलता का परचम लहरा रहे हैं और इन टीवी शोज पर दर्शकों ने जमकर प्यार लुटाया है।
'तारक मेहता का उल्टा चश्मा'
'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' दर्शकों के पसंदीदा धारावाहिकों में से एक है। असित मोदी इस शो के निर्माता हैं। साल 2008 में शुरू हुए इस धारावाहिक के देशभर में लाखों प्रशंसक हैं। पिछले 16 सालों से यह शो अपनी अनोखी कॉमेडी से दर्शकों को गुदगुदा रहा है। यह शो लोकप्रिय पारिवारिक कॉमेडी है, जो हंसी-मजाक के साथ सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाता है। यह गुजराती लेखक तारक जानुभाई मेहता के साप्ताहिक कॉलम दुनिया ने ऊंधा चश्मा पर आधारित है।
'CID'
'दया, कुछ तो गड़बड़ है...' इस डायलॉग को सुन झट से दिमाग में टीवी का लोकप्रिय शो 'CID' आ जाता है। यह ऐसा इकलौता शो है, जिसने 20 सालों तक छोटे पर्दे पर दर्शकों का मनोरंजन किया। शो खत्म बेशक हो गया हो, लेकिन इसका उत्साह, इसके डायलॉग, इसके दृश्य और इसके एक-एक किरदार लोगों के जहन में बस चुके हैं। 'CID' के 1,546 एपिसोड इन 20 सालों में आए और हर एपिसोड का दर्शकों ने खूब लुत्फ उठाया।
'ये रिश्ता क्या कहलाता है' और 'कहानी घर घर की'
'ये रिश्ता क्या कहलाता है' का प्रीमियर जनवरी, 2009 में हुआ था। इस धारावाहिक में कई लीप आए और कई बार इसके कलाकार बदल चुके हैं। हालांकि दर्शकों के दिल में शो की पहली पीढ़ी के लिए कुछ अलग ही प्यार है। हिना खान और करण मेहरा की जोड़ी को लोग खूब पसंद करते थे। उधर 'कहानी घर घर की' ने टीवी जगत में सफलता के कई परचम लहराए। एकता कपूर का ये शो 2000 से 2008 तक जारी रहा।
'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' और 'कसौटी जिंदगी की'
धारावाहिक 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के 8 साल के लंबे सफर के साथ कुल 1,833 एपिसोड टेलिकास्ट हुए। कहानी एक बहू के इर्द-गिर्द थी, जो सभी बाधाओं को पार करती है और अपनी सास का प्यार हासिल करती है। दूसरी ओर श्वेता तिवारी और सिजेन खान का शो 'कसौटी जिंदगी' भी एकता ही लेकर आई थीं। 1,423 एपिसोड के साथ कसौटी जिंदगी की सफलता की सीढ़ियां चढ़ने में कामयाब रहा। यह शो साल 2001 से 2008 तक चला।
ये भी हैं सूची में शामिल
टीवी पर सबसे ज्यादा देखे गए और सबसे लंबे समय तक चले धारावाहिकाें में 'साथ निभाना साथिया', 'कुमकुम एक प्यारा सा बंधन', दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का 'पवित्र रिश्ता', 'बालिका वधू' और 'दीया और बाती हम', 'उतरन' और 'ससुराल सिमर का' भी शामिल है।