तापसी पन्नू का 'बेबी' के बाद बदला नजरिया, बोलीं- छाप छोड़ने को चाहिए बस 5 मिनट
क्या है खबर?
तापसी पन्नू बीते दिनों अपनी फिल्म 'डंकी' को लेकर चर्चा में रही थीं। इसमें वह पहली बार शाहरुख खान के साथ दिखीं तो बॉक्स ऑफिस पर भी इसका शानदार प्रदर्शन था।
23 जनवरी को तापसी की 2015 में आई फिल्म 'बेबी' की रिलीज को 9 साल हो गए हैं। इसमें उनका किरदार काफी छोटा था, लेकिन वह अपनी छाप छोड़ने में सफल रहीं।
अब अभिनेत्री ने बताया कि इस छोटी-सी भूमिका से ही उनका अभिनय को लेकर नजरिया बदल गया।
बयान
क्या कहना है तापसी का?
टाइम्स नाउ के साथ तापसी ने नीरज पांडे के निर्देशन में बनी फिल्म 'बेबी' को लेकर बात की।
अभिनेत्री ने बताया कि 'बेबी' का हिस्सा बनकर उन्हें एहसास हुआ कि एक अभिनेता को दर्शकों के बीच अपनी छाप छोड़ने के लिए बस 5 मिनट का समय लगता है।
वह बताती हैं कि ज्यादातर लोगों को फिल्म पसंद आई थी, लेकिन कुछ लोग जिन्हें ये अच्छी नहीं लगी थी, उन्होंने भी अभिनेत्री के प्रदर्शन की प्रशंसा की थी।
स्टंट
बिना बॉडी डबल के तापसी ने किए थे स्टंट
फिल्म में तापसी ने अंडरकवर एजेंट का किरदार निभाया था, जो काफी मुश्किल भरा था। अभिनेत्री ने बताया कि उन्होंने किसी बॉडी डबल का सहारा नहीं लिया था बल्कि खुद ही सब स्टंट किए।
उन्होंने कहा, "स्टंट करने से मेरे पैर में लगी पुरानी चोट फिर से उभर आई थी। लड़ाई वाले सीन के दौरान मुझे पूरे कमरे में इधर-उधर फेंक दिया जाता था। कई बार ऐसा हुआ कि मैं हिल नहीं पाती थीं। मैं दवा लेकर स्टंट करती थी।"
श्रेय
अक्षय कुमार और एक्शन निर्देशक को दिया श्रेय
तापसी की मेहनत रंग लाई और फिल्म में उनका एक्शन दर्शकों को पसंद आ गया। ऐसे में अब तापसी ने इसका श्रेय अपने सह-अभिनेता अक्षय कुमार और एक्शन निर्देशक को दिया।
तापसी का कहना है कि सीन के दौरान अक्षय उनकी मदद करते थे, जो खुद मार्शल आर्ट में माहिर हैं। ऐसे में उन्हें बहुत आसानी हो जाती थी। साथ ही वह भी काफी शिद्दत से मेहनत करती थीं, जिसमें एक्शन निर्देशक ने भी साथ दिया।
स्पिन ऑफ
'बेबी' के स्पिन ऑफ 'नाम शबाना' में नजर आईं तापसी
फिल्म 'बेबी' की सफलता के बाद तापसी को इसके स्पिन ऑफ 'नाम शबाना' में काम करने का मौका मिला था।
इस फिल्म में वह मुख्य भूमिका में नजर आई थीं और उनके साथ अनुपम खेर, मनोज बाजपेयी, पृथ्वीराज सुकुमारन और अक्षय शामिल थे।
'नाम शबाना' में उनके 'बेबी' वाले किरदार 'शबाना' के इर्द-गिर्द ही कहानी बुनी गई थी।
2017 में आई इस फिल्म के निर्देशन की कमान नीरज की बजाए शिवम नायर को सौंपी गई थीं।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
कई बार ऐसा होता है कि फिल्म की रिलीज के बाद निर्देशक को लगता है कि उसका एक किरदार बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसे में इस एक किरदार पर ही अलग से फिल्म बनाने का प्लान किया जाता है, जिसे स्पिन ऑफ कहते हैं।