पटना का लड़का कैसे बना मुंबई का स्टार? जानिए सुशांत सिंह राजपूत का सफरनामा
आज भले ही सुशांत सिंह राजपूत हमारे बीच ना हों, लेकिन उनकी यादें प्रशंसकों के जेहन में हमेशा जिंदा रहेंगी। बिहार के पटना में जन्मे सुशांत ने सफलता की उन ऊंचाइयों को छुआ, जिनकी लोग कल्पना करते रह जाते हैं। आज के दिन यानी 14 जून को सुशांत की मौत को एक साल पूरा हो गया है। कैसे उन्होंने पटना से मुंबई आकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया? सुशांत की पुण्यतिथि पर आइए उनके सुनहरे सफर पर नजर डालते हैं।
पढ़ाई में होनहार सुशांत ने जब इंजीनियरिंग कॉलेज में लिया दाखिला
सुशांत पढ़ाई में भी अव्वल थे। पटना में पले-बढ़े सुशांत सिंह राजपूत ने शहर के ही सेंट कैरन हाई स्कूल और नई दिल्ली के हंसराज मॉडल स्कूल से अपनी स्कूलिंग पूरी की थी। 12वीं के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग लाइन पकड़ ली। सुशांत ने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया। हालांकि, इंजीनियरिंग उनकी पसंद नहीं थी। उन्होंने अपने घरवालों के कहने पर इंजीनियरिंग में एडमिशन लिया था। सुशांत तो एस्ट्रोनॉट या एयरफोर्स पायलट बनना चाहते थे।
पढ़ाई करने के दौरान थिएटर से जुड़े सुशांत
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के साथ सुशांत ने थिएटर करना शुरू कर दिया था, लेकिन उनके परिवारवालों को इसकी भनक दो-तीन साल तक नहीं लगी। फिल्म 'धोनी' की रिलीज के वक्त उन्होंने बताया था कि इंजीनियरिंग करते वक्त वह हॉस्टल में रहते थे। इस दौरान थिएटर और मशहूर कोरियोग्राफर शिआमक डावर के साथ वह डांस करते रहे, जिसका खर्च सुशांत 12वीं के छात्रों को ट्यूशन पढ़ाकर निकाल लेते थे। इसके लिए उन्हें 250 रुपये प्रति घंटे मिलते थे।
इंजीनियरिंग छोड़ ग्लैमर की दुनिया में बढ़े सुशांत
इंजीनियरिंग के दौरान सुशांत को थिएटर के साथ डांस का शौक भी चढ़ा था। वह शिआमक डावर डांस अकेडमी में शामिल हो चुके थे। कुछ समय बाद ही सुशांत शिआमक डावर के डांस ट्रूप में शामिल हो गए और 2005 में वह 51वें फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह में बैकग्राउंड डांसर के तौर पर दिखे। डांस और थिएटर से सुशांत की पढ़ाई में बाधा होने लगी और उन्होंने इंजीनियरिंग के तीसरे साल की पढ़ाई बीच में छोड़ टीवी इंडस्ट्री में कदम रखा।
कैसे हुई सुशांत के टीवी करियर की शुरुआत?
सुशांत ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 2007 में एक प्ले 'पुकार' से की थी, जिसका निर्देशन जूही बब्बर सोनी ने किया था। यहीं से उनकी किस्मत बदली और उन्हें 2008 में एकता कपूर के धारावाहिक 'किस देश में है मेरा दिल' में एक्टिंग का मौका मिला। जूही ने ही बताया था कि सुशांत को इस प्ले के दौरान बॉक्स ऑफिस काउंटर पर टिकट संभालते वक्त एकता कपूर के प्रोडक्शन हाउस बालाजी टेलीफिल्म्स के कास्टिंग पर्सन ने ढूंढा था।
'पवित्र रिश्ता' से चमके सुशांत के सितारे
सुशांत के काम से एकता प्रभावित हो गई थीं। उन्होंने 2009 में सुशांत को 'पवित्र रिश्ता' में मुख्य किरदार निभाने का मौका दिया। एकता को लगता था कि मानव के किरदार में सुशांत की मुस्कुराहट और अभिनय फैंस का दिल जीत लेगा और ऐसा ही हुआ। इस सीरियल से वह घर-घर में लोकप्रिय हो गए। लोग सुशांत को मानव के नाम से जानने लगे। इसमें उनके साथ अंकिता लोखंडे नजर आईं। दोनों की जोड़ी को दर्शकों का खूब प्यार मिला।
'काई पो छे' से बॉलीवुड में चल निकली सुशांत की गाड़ी
सुशांत के फिल्मी सफर की शुरुआत हुई निर्देशक अभिषेक कपूर की 2013 में आई फिल्म 'काई पो छे' से। अभिषेक, एकता के भाई हैं और यहीं से उनकी पहचान सुशांत से हुई थी। इससे सुशांत ने यह साबित कर दिया कि वह एक उम्दा अभिनेता हैं और बॉलीवुड में लंबी पारी खेलने आए हैं। इस फिल्म के बाद सुशांत ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और 'शुद्ध देसी रोमांस' से लेकर 'एमएस धोनी', 'केदारनाथ' और 'छिछोरे' तक कई हिट फिल्में दीं।