सुशांत के जीजा ने लॉन्च किया 'नेपोमीटर', अब नेपोटिज्म के आधार पर मिलेगी फिल्मों को रेंटिग
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत ने पूरी फिल्म इंडस्ट्री में हंगामा खड़ा कर दिया है। उनका परिवार, दोस्त और फैंस अब भी इस दुख से उभर नहीं पाएं हैं। सुशांत की मौत के बाद सोशल मीडिया से बॉलीवुड तक नेपोटिज्म को लेकर बहस शुरु हो गई है। ऐसे में कई मशहूर हस्तियों को निशाना बनाया गया। लेकिन अब सुशांत के जीजा विशाल कीर्ति ने 'नेपोमीटर' लॉन्च किया है। जो इंडस्ट्री में फैले नेपोटिज्म से लड़ने में मददगार साबित होगा।
नेपोमीटर ज्यादा होने पर शुरु होगा नेपोटिज्म का बहिष्कार
विशाल ने इस नेपोमीटर लॉन्च की जानकारी अपने एक ट्वीट के जरिए दी है। उन्होंने इसमें लिखा, 'मेरे भाई मयूरेश कृष्णा द्वारा सुशांत सिंह राजपूत की याद में बनाया गया।' नेपोमीटर के बारे में उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'बॉलीवुड में नेपोटिज्म से अब सूचना के साथ लड़ें। हम फिल्मों को नेपोटिज्म और स्वतंत्र क्रू के आधार पर रेटिंग देंगे। अगर नेपोमीटर अधिक रहा तो यह समय है बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म का बहिष्कार करने का।'
देखिए सुशांत सिंह राजपूत के जीजा विशाल का पोस्ट
छह महीनों में सुशांत ने गवांई थी सात फिल्में
सुशांत की मौत के बाद उन्हें लेकर मीडिया में कई तरह की खबरें आ रही है। कहा जा रहा है कि नेपोटिज्म के कारण ही सुशांत के हाथ से छह महीनों में सात फिल्में चली गई। वहीं, सोशल मीडिया पर सोनम कपूर, आलिया भट्ट, सोनाक्षी सिन्हा, सलमान खान, करण जौहर, एकता कपूर, वरुण धवन, अर्जुन कपूर और टाइगर श्रॉफ जैसे सितारों को स्टार किड्स होने और नेपोटिज्म फैलाने के आरोप में यूजर्स की आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है।
पुलिस बारीकी से कर रही है मामले की जांच
गौरतलब है कि सुशांत आत्महत्या मामले में मुंबई पुलिस बारीकी से जांच कर रही है। अब तक इंडस्ट्री की कई हस्तियों से पूछताछ की जा चुकी है। हालांकि, फिलहाल इस मामले में कोई ठोस सबूत सामने नहीं आ पाया है।
फांसी लगाकर सुशांत ने कर ली थी आत्महत्या
बता दें कि सुशांत ने 14 जून को मुंबई के बांद्रा इलाके में स्थित अपने फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। अभी वह सिर्फ 34 साल के थे। रिपोर्ट्स के अनुसार सुशांत पिछले छह महीनों से डिप्रेशन का इलाज करवा रहे थे। कहा जा रहा है कि उन्होंने कुछ दिन पहले से ही अपनी दवाईयां लेना भी छोड़ दिया था। सुशांत की मौत से पूरे देश को एक गहरा सदमा लगा था।