सनी देओल ने दी पिता धर्मेंद्र की मेहनत की दाद, बोले- आज कोई ऐसा करके देखे
अभिनेता सनी देओल को पिछली बार फिल्म 'गदर 2' में देखा गया था। इस फिल्म की सफलता के बाद से वह लगातार चर्चा में हैं। सनी को आने वाले दिनों में एक से बढ़कर एक फिल्मों में देखा जाएगा। वैसे भी इंडस्ट्री में उनकी मांग बहुत बड़ गई है। हाल ही में इस बीच सनी ने अपनी बीमारी डिस्लेक्सिया पर एक बार फिर बात की और बताया कि वह अब तक इसके साथ संघर्ष कर रहे हैं।
सनी ने की पिता धर्मेंद्र की तारीफ
बॉम्बे टाइम्स ने सनी से पूछा कि वह अपने किरदारों पर क्यों ज्यादा रिसर्च नहीं करते तो उन्होंने कहा, " मेरे पिताजी (धर्मेंद्र) दो-तीन शिफ्ट करते थे, कुछ घंटे सोते थे और एक के बाद एक फिल्में करते थे। आज कोई ऐसा करके देखे। ये सब अभिनेता शोध करते हैं, मुझे ये बकवास लगता है। अगर ऐसा होता तो हमारी सभी फिल्में बेहतरीन होतीं।" सनी के मुताबिक, पहले पात्र वास्तविक जीवन और वास्तविक भावनाओं पर आधारित होते थे।
पिता को अपना आदर्श मानते हैं सनी
सनी ने धर्मेंद्र की तारीफ में आगे कहा, "मेरे पिता मेरे एकमात्र आदर्श रहे हैं, क्योंकि वह दुनियाभर में एकमात्र ऐसे अभिनेता हैं, जिन्होंने रोमांटिक से लेकर कॉमेडी तक, हर तरह की फिल्मों में काम किया और सफलता हासिल की। ऐसा कोई एक्टर नहीं है, जो हर जॉनर की फिल्मों में सफल रहा हो।" उन्होंने कहा, "उनके पास स्क्रिप्ट नहीं होती थी और फिर भी वे शानदार फिल्में बनाते थे। उनकी फिल्में बढ़िया कमाई करती थीं।"
ठीक से पढ़-लिख नहीं पाते सनी
सनी बोले, "बॉर्डर जैसी फिल्म में भी मैंने अपने किरदार ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी की नकल नहीं की। बस किरदार की आत्मा को समझा और इसे अपने तरीके से किया। मैंने शोध नहीं किया कि वह कैसे चलते थे, क्या करते थे। जब मैं कोई फिल्म करता हूं तो मेरे पास डायलॉग भी नहीं होते।" उन्होंने कहा, "वो अलग बात है कि मैं डिस्लेक्सिक हूं, इसलिए ठीक से पढ़-लिख नहीं पाता और बचपन से ही मैं डिस्लेक्सिया से पीड़ित हूं।"
कैसे करते हैं सनी अपने किरदार की तैयारी?
बातचीत में सनी ने अपनी इस बीमारी पर कहा, "पहले तो हमें नहीं पता था कि यह क्या है और लोग सोचते थे कि ये मूर्ख आदमी है। मुझे हमेशा अपने संवाद हिंदी में मिलते हैं और मैं इन्हें पढ़ने के लिए अपना पूरा समय लेता हूं। मैंने एक ही डायलॉग को कई बार पढ़कर उसे अपना बनाता हूं। किसी भी भूमिका के लिए मेरी यही तैयारी होती है।" सनी का कहना है कि वह स्किप्ट पढ़ते नहीं, सुनते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
डिस्लेक्सिया एक किस्म का लर्निंग डिसऑर्डर है। इससे पीड़ित व्यक्ति को पढ़ने-लिखने, बोलने या नई चीज सीखने में समस्या होती है। अभिषेक बच्चन भी इससे जूझ चुके हैं। आमिर खान से लेकर करिश्मा कपूर और अर्जुन कपूर तक डिस्लेक्सिया का सामना कर चुके हैं।