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'केसरी वीर': सुनील शेट्टी और सूरज पंचोली की फिल्म देखने के बाद जनता ने क्या कहा?

'केसरी वीर': सुनील शेट्टी और सूरज पंचोली की फिल्म देखने के बाद जनता ने क्या कहा?

May 23, 2025
03:08 pm

क्या है खबर?

सुनील शेट्टी पिछले काफी समय से फिल्म 'केसरी वीर' को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म के जरिए आदित्य पंचोली के बेटे और अभिनेता सूरज पंचोली ने 4 साल बाद पर्दे पर वापसी की है। यह फिल्म 23 मई को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। विवेक ओबेरॉय इस फिल्म के विलेन हैं। अगर आप इस फिल्म को देखने की योजना बना रहे हैं तो सिनेमाघरों का रुख करने से पहले जान लीजिए दर्शकों को कैसी लगी ये फिल्म।

एक्टिंग

छा गए सूरज और सुनील

सोशल मीडिया पर फिल्म को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली रही है। हालांकि, सुनील और सूरज के अभिनय की तारीफ हो रही है। एक यूजर ने लिखा, 'सूरज का सॉलिड कमबैक और अन्ना के धांसू अवतार ने दिल जीत लिया।' एक लिखते हैं, 'ये अच्छी कहानी पर बनी एक औसत फिल्म है।' एक कमेंट है, 'वीरता की इस सच्ची कहानी में छा गए सितारे।' एक ने लिखा, 'सूरज ने गुस्सा, दर्द और साहस को बखूबी अपने चेहरे पर उतारा। फैन हो गया।'

अभिनय

आंकाक्षा शर्मा ने भी किया आकर्षित

कुछ लोगों ने फिल्म की अभिनेत्री आकांक्षा शर्मा की भी तारीफ की है। एक ने लिखा, 'मैं बस अभी-अभी 'केसरी वीर' देखकर बाहर आई हूं और आकांक्षा के बारे में सोच रही हूं। वह फिल्म में मुझे बहुत शानदार लगीं।' एक ने लिखा, 'आकांक्षा ने भी फिल्म में प्रभावित किया है।' उधर कुछ लोगों को निर्देशक का काम पसंद नहीं आया। उनका कहना है कि फिल्म अच्छी बन सकती थी, लेकिन निर्देशक और लेखक ने डिब्बागोल कर दिया।

आलोचना

बाहुबली' की सस्ती कॉपी- यूजर

एक यूजर ने लिखा, 'बहादुरी और बलिदान की कहानी बेशक प्रेरणाभरी है, लेकिन अफसोस 'केसरी वीर' देखते हुए मैं इस महान गाथा से जुड़ ही नहीं पाया।' एक ने तो फिल्म को 'बाहुबली' की सस्ती कॉपी कह डाला। एक लिखते हैं, 'सुनील शेट्टी जैसे दिग्गज अभिनेता का अभिनय भी इस फिल्म को नहीं बचा पाया।' उधर कुछ को फिल्म में अचानक बजने वाले गाने रास नहीं आए हैं।

कहानी

क्या है फिल्म की कहानी?

फिल्म की कहानी 14वीं शताब्दी की है, जब दिल्ली का तुगलक शासक सोमनाथ मंदिर को लूटने की साजिश करता है। इसी दौरान हमीरजी गोहिल (सूरज पंचोली) ये शपथ लेते हैं कि वो मंदिर की रक्षा करेंगे। इस धर्मयुद्ध में उनके साथ खड़ा होता है उनका सच्चा दोस्त वेगड़ा (सुनील)। दोनों मिलकर युद्ध की रणनीति बनाते हैं और तुगलक सेना का डटकर सामना करते हैं। फिल्म के खलनायक हैं विवेक ओबेरॉय उर्फ जफर, जो क्रूर और सत्ता का भूखा इंसान है।