सोनू सूद उठाएंगे सफर में घायल या मारे गए प्रवासी मजदूरों के परिवारों की जिम्मेदारी
कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से पूरे देश को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी अपने परिवार से दूर रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों को हुई। लॉकडाउन में खाने और रहने की समस्या होने के बाद कई प्रवासी अपने गांवों की ओर लौटने लगे। इसी बीच अभिनेता सोनू सूद इन प्रवासियों की मदद के आगे आए थे। अब एक बार फिर सोनू ने प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया हैं।
सफर में घायल प्रवासियों की आर्थिक मदद करेंगे सोनू
लॉकडाउन में अपने घरों के लिए निकले कई प्रवासियों ने मीलों तक पैदल यात्रा करनी शुरु कर दी थी। इस दौरान कई मजदूर बुरी तरह घायल भी हो गए और कुछ लोगों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा। अब सोनू सूद ऐसे ही मजदूरों के परिवारों की मदद के लिए आगे आए हैं। इस काम में उनकी दोस्त नीति गोयल भी उनका साथ दे रही है। ये दोनों मिलकर इन प्रवासियों के परिवारों की आर्थिक मदद करेंगे।
दिहाड़ी मजदूरों के परिवार के पास नहीं है कोई आय का जरिया
दरअसल, घायल और मरने वालों में ज्यादातर प्रवासी दिहाड़ी मजदूर थे। कोरोना काल में अब उनके परिवारों के पास आय का कोई जरिया नहीं है। इस कारण अब सोनू ने फैसला किया है कि वह इन परिवारों की देख-रेख करेंगे।
मजदूरों के लिए घर बनवाएंगे सोनू, बच्चों को भी करेंगे शिक्षित
बता दें कि सोनू और उनकी टीम मिलकर इन मजदूरों के बच्चों को शिक्षित करने और इनका घर बनवाने का पूरा खर्च उठाएंगे। अपने नए काम को लेकर सोनू का कहना है, "जो प्रवासी सफर के दौरान घायल हुए या मर गए हैं, मैंने उनके परिवार को एक सुरक्षित भविष्य देने का फैसला किया है। मुझे लगता है कि उनकी मदद करना मेरी निजी जिम्मेदारी है।" रिपोर्ट्स के अनुसार अपनी इस नई योजना पर काम शुरु कर चुके हैं।
मजदूरों के परिवार का पूरी डिटेल्स निकाल रही है सोनू की टीम
रिपोर्ट्स के अनुसार सोनू की टीम इस समय बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के सरकारी अधिकारियो के साथ संपर्क में आकर सफर के दौरान घायल हुए और मारे गए मजदूरों का डेटा निकाल रही है। इस डेटा में परिवार के घर का पता और बैंक डिटेल्स मौजूद होंगी। सोनू अपनी इस नई योजना पर तेजी से काम कर रेह हैं। अब एक बार फिर से सोशल मीडिया पर सोनू की खूब तारीफें होने लगी हैं।
हजारों लोगों की मदद कर चुके हैं सोनू
इससे पहले सोनू सूद हजारों प्रवासी मजदूरों को बसों, ट्रेनों और हवाई जहाज के जरिए उनके घर पहुंचा चुके हैं। उनके इस काम को लेकर पूरे देश में खूब सराहना की गई थी। इसके लिए उन्होंने एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी लॉन्च किया था। इसका इस्तेमाल कर देश में कहीं भी फंसे प्रवासी मजदूर उनकी टीम को मदद के लिए बुला सकते हैं। वहीं सोनू ने कहा था कि यह मदद उनके लिए एक भावनात्मक जर्नी रही।