
शबाना आजमी ने कलाकारों की बढ़ती मांगों को बताया आश्चर्यजनक, बोलीं- मैं अपने कपड़े पहनती थी
क्या है खबर?
फिल्म शूटिंग की बढ़ती लागत पिछले काफी समय से सवालों के घेरे में है। एक-दो नहीं बल्कि कई फिल्म निर्माता इस बात का ठीकरा आज कल के कलाकारों की बढ़ती फीस और मांगों पर फोड़ चुके हैं।
इस मुद्दे पर पिछले काफी दिनों से इंडस्ट्री में बहस छिड़ी हुई है। अनुराग कश्यप से लेकर फराह खान तक इस पर अपने विचार रख चुके हैं।
अब हाल ही में इस मुद्दे पर अभिनेत्री शबाना आजमी ने भी अपने विचार रखे।
आश्चर्य
शबाना को होता है निर्माताओं की इस हरकत पर आश्चर्य
हिंदुस्तान टाइम्स के बातचीत करते हुए उन्होंने अभिनेताओं की ज्यादा फीस और खर्च पर आश्चर्य व्यक्त किया और कहा कि उन्हें विश्वास नहीं होता कि निर्माताओं को कलाकारों के लिए पागलपन भरे बिल भरने पड़ते हैं।
इसके साथ ही उन्होंने अपने करियर के कई किस्से साझा किए, जिसमें इंडस्ट्री के तब और अब के बीच के अंतर को उजागर किया।
वह बोलीं, "मुझे यह देखकर आश्चर्य होता है कि निर्माता ये पागलपन भरे बिल उठाते हैं।"
बयान
बॉलीवुड और हॉलीवुड में क्या है अंतर?
शबाना ने बॉलीवुड और हॉलीवुड के अंतर को भी बताया।
वह बोलीं, "हॉलीवुड में मैंने निजी ट्रेनर्स को छोड़कर ऐसा कुछ कभी नहीं देखा, जैसा यहां किया जाता है। हॉलीवुड इंडस्ट्री में मुख्य ड्रेस डिजाइनर, हेयरड्रेसर और मेकअप कलाकार सभी को निर्माता की टीम द्वारा नियुक्त किया जाता है।"
अभिनेत्री ने आगे बताया कि 1970 और 1980 के दशक के दौरान उनके पास केवल तीन सदस्यों की टीम थी जिसमें एक हेयरड्रेसर, एक मेकअप आर्टिस्ट और एक ड्राइवर शामिल थे।
जानकारी
अपने कपड़े पहनती थीं शबाना
शाबना के मुताबिक, कम बजट की फिल्मों में उनकी सहायता के लिए कोई नहीं होता था। वह अपने खुद के कपड़े पहनती थी, यूनिट के हेयर और मेकअप वाले व्यक्ति की मदद लेती थी और हमेशा यूनिट के होटल में ही रहती थीं।
किस्सा
शबाना ने याद किया 'मंडी' की शूटिंग का किस्सा
शबाना ने अपनी साल 1983 में आई फिल्म 'मंडी' की शूटिंग का किस्सा याद किया और बताया कैसे उन्होंने और स्मिता पाटिल ने बस में सफर किया।
उन्होंने कहा कि भले ही स्मिता और उन्हें अलग-अलग गाड़ियां दी गई थीं, लेकिन उन्होंने अन्य कलाकारों के साथ बस में यात्रा करने का फैसला किया क्योंकि वे गाते हुए और खेल खेलते हुए मजे कर रहे थे।
अभिनेत्री के अनुसार, उस जमाने में कम में भी मजा था।
मुद्दा
चर्चा का विषय बना बढ़ता बजट
हाल ही में इंडियन मोशन पिक्चर्स प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन और प्रोड्यूसर्स गिल्ड एसोसिएशन सहित ने अन्य फिल्म निकायों और प्रमुख प्रतिभा प्रबंधन एजेंसियों के साथ बैठक की थी ताकि फिल्म बजट पर चर्चा की जा सके, जो नियंत्रण से बाहर हो रहा है।
इस बैठक में अभिनेताओं की व्यक्तिगत टीम और उनकी बढ़ती फीस एक बड़ा मुद्दा निकलकर आया था। इसके बाद से कई निर्माता-निर्देशक इन पर अपनी राय रख चुके हैं।
इनमें फराह, अनुराग, कृति सैनन समेत कई सितारे हैं।