'ड्राई डे' पर बोले निर्देशक सौरभ शुक्ला- यह सिर्फ शराब के बारे में नहीं
क्या है खबर?
हाल ही में अमेजन प्राइम वीडियो पर वेब सीरीज 'ड्राई डे' रिलीज हुई थी। इसमें जितेंद्र कुमार और श्रिया पिलगांवकर ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
इस फिल्म में लंबे समय बाद सौरभ शुक्ला ने निर्देशक की कुर्सी संभाली है। फिल्म में अन्नू कपूर भी मुख्य भूमिका में नजर आए हैं।
यह फिल्म शराब के खिलाफ संदेश देने वाली है। अब इस मुद्दे पर सौरभ और अन्नू ने अपनी राय रखी है।
ड्राई डे
सिर्फ शराब नहीं, जीवन के लिए संदेश देती है फिल्म- निर्देशक
DNA इंडिया से बातचीत में सौरभ ने बताया कि फिल्म सिर्फ शराब के बारे में नहीं है, बल्कि जीवन को लेकर एक संदेश देने वाली है। यह कुछ मूल्यवान करने के बारे में है।
उन्होंने कहा, "ड्राई डे सिर्फ पीने के बारे में नहीं है। इसका मतलब है कि आपने दिन में कुछ आकर्षक किया या नहीं। क्या आपने कुछ ऐसा किया, जिसमें आपको मजा आया? यह सिर्फ शराब के बारे में नहीं है।"
बुराई
अन्नू कपूर ने बताया, क्या बुरा है शराब पीना
शराब पीने की बुराई पर अन्नू ने कहा कि यह इसकी मात्रा पर निर्भर करता है। पश्चिम के देश में सभी लोग पीते हैं। कोई भी चीज अत्यधिक मात्रा में खतरनाक होती है। शराब से ज्यादा धूम्रपान खतरनाक है।
उन्होंने कहा, "अगर आप 2 पेग लेते हैं, अच्छा खाना खाते हैं, व्यायाम करते हैं, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। मैं नहीं पीता हूं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मैं अच्छा और पीने वाले बुरे लोग हैं।"
फिल्म
क्रिसमस के मौके पर आई थी फिल्म
'ड्राई डे' सोशल कॉमेडी ड्रामा फिल्म है, जो 22 दिसंबर को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई थी।
फिल्म में जितेंद्र ने गन्नू नाम के छोटे गुंडे का किरदार निभाया है। उनके साथ श्रिया और अन्नू ने दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया।
सौरभ ने 2012 की फिल्म '2 टू टैंगो 3 टू जीवे' के बाद इस फिल्म का निर्देशन किया है। यह फिल्म शराबबंदी को केंद्र में रखकर एक दिलचस्प सामाजिक और राजनीतिक कहानी प्रस्तुत करती है।
किरदार
इन यादगार किरदारों के लिए जाने जाते हैं सौरभ
सौरभ बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों में शुमार हैं। उनके द्वारा निभाए गए सहायक किरदार फिल्मों का मजबूत स्तंभ होते हैं।
'PK' के तपस्वी महाराज को कौन भूल सकता है? फिल्म धर्म के नाम पर फैले पाखंड पर आधारित थी और सौरभ एक पाखंडी तपस्वी के किरदार में थे।
अजय देवगन की फिल्म 'रेड' में सौरभ ने भ्रष्ट नेता रामेश्वर सिंह के किरदार से दर्शकों का दिल जीता।
1998 की फिल्म 'सत्या' के कल्लू मामा से उन्हें नई पहचान मिली थी।