सैयामी खेर ने 10 घंटे हाथ बांधकर की 'घूमर' की शूटिंग, बोलीं- बेहद दर्दनाक था अनुभव
क्या है खबर?
सैयामी खेर इन दिनों अपनी स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म 'घूमर' को लेकर चर्चा में बनी हुई हैं।
आर बाल्की द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अभिनेत्री ने एक क्रिकेटर की भूमिका निभाई है, जिसके किरदार में उन्हें काफी सराहा जा रहा है।
अब हाल ही में सैयामी ने एक हाथ के साथ शूटिंग करने के अपने अनुभव को साझा किया।
अभिनेत्री ने बताया कि यह उनके लिए चुनौतीपूर्ण था क्योंकि उन्हें 10 घंटे तक अपने हाथ को बांधकर रखना होता था।
बयान
अभिषेक को बताया पसंदीदा सह-कलाकार
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत के दौरान सैयामी ने 'घूमर' की सफलता के बारे में बात की और साथ ही बताया कि यह उनके करियर की सबसे थका देने वाली फिल्म है।
अभिनेत्री ने अभिषेक बच्चन के साथ काम करने के अनुभव को साझा करते हुए उन्हें अपना पसंदीदा सह-कलाकारों में से एक बताया।
अभिनेत्री का कहना है कि वह 'ब्रीद' में भी उनके साथ काम कर चुकी हैं और उन्होंने पिछले 4-5 वर्षों में उन्हें बहुत कुछ सिखाया है।
परेशानी
शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण थी फिल्म
सैयामी को अपने किरदार को निभाने के लिए प्रोस्थेटिक पहनना पड़ता था। ऐसे में उन्हें 10 घंटे तक अपने हाथ को पीछे बांध कर रखना पड़ता था।
सैयामी के लिए बंधे हाथ के साथ, दौड़ता, फील्डिंग करना, गोता लगाना, खेलना या कुछ भी करना बेहद दर्दनाक था।
यह अभिनेत्री को शारीरिक से अधिक मानसिक और भावनात्मक रूप से थकाता था।
अभिनेत्री कहती हैं कि यह उनकी सबसे थका देने वाली और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण फिल्म रही है।
बयान
सैयामी का पैर भी हो गया था फ्रैक्चर
सैयामी से सवाल पूछा गया कि क्या कोई ऐसा क्षण था जब उन्हें लगा हो कि वह टूटने की कगार पर थीं तो अभिनेत्री ने इससे इनकार किया।
उन्होंने कहा, "मैं शूटिंग पर हर दिन पूरी तरह से उत्साहित रहती थीं। शूटिंग में संघर्ष तो था, लेकिन मजा भी था।"
हालांकि, सैयामी के पैर में फ्रैक्चर हो गया था और नाखून भी बाहर निकल गया था, लेकिन उन्हें कभी यह महसूस नहीं हुआ कि कुछ ज्यादा हो रहा है।
प्रशंसा
बाल्की के साथ काम करते खुश हैं अभिनेत्री
सैयामी ने अपने करियर की शुरुआत राकेश ओमप्रकाश मेहरा की 'मिर्जया' से की थी।
इसके बाद वह अनुराग कश्यप और नीरज पांडे जैसे बेहतरीन निर्देशकों के साथ काम कर चुकी हैं।
अब बाल्की के साथ काम करके भी सैयामी काफी खुश हैं।
अभिनेत्री ने कहा, "बाल्की काम करने वाले सबसे अच्छे लोगों में से एक हैं। उन्होंने सेट पर और सेट के बाहर भी मुझे काफी प्यार दिया है। यह फिल्म उनकी ओर से क्रिकेट के लिए एक श्रद्धांजलि है।"
जानकारी
ऐसी है फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी एक क्रिकेटर की है, जो दुर्घटना का शिकार होकर अपना दांया हाथ गंवा देती है। इसके बाद कोच (अभिषेक) उसकी जिंदगी में रोशनी की किरण लेकर आता है और उसे एक हाथ से ही गेंदबाजी करने की सलाह देता है।