दिलीप कुमार की 100वीं जयंती: सदाबहार फिल्में जिनके बिना मुश्किल है हिंदी सिनेमा की कल्पना
क्या है खबर?
दिवंगत अभिनेता दिलीप कुमार के बिना हिंदी सिनेमा के सुनहरे दौर की कल्पना कर पाना मुश्किल है।
उनका जन्म 11 दिसंबर, 1922 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। रविवार को उनकी 100वीं जयंती है।
दिलीप गंभीर भूमिकाओं को बहुत बेहतरीन तरीके से निभाते थे। उनकी इसी अदाकारी ने उन्हें 'ट्रैजडी किंग' का नाम दिया।
आइए, नजर डालते हैं दिलीप कुमार की पांच सदाबहार फिल्मों पर जिनसे हिंदी सिनेमा हमेशा रोशन रहेगा।
#1
देवदास
यह फिल्म शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास 'देवदास' पर आधारित है।
यूं तो इसपर कई फिल्में बनी हैं, लेकिन दिलीप कुमार की देवदास हमेशा उन सबसे पहले याद की जाती है।
भले की आज की पीढ़ी देवदास के रूप में शाहरुख खान को पहचानती हो, लेकिन इस भूमिका में दिलीप साहब का कोई तोड़ नहीं है।
इस फिल्म का निर्देशन बिमल रॉय ने किया था। यह फिल्म 1955 में रिलीज हुई थी जिसके बाद 'देवदास' प्रेमी का पर्याय बन गया।
#2
मुगल-ए-आजम
बॉलीवुड में कुछ ऐसी फिल्में हैं, जिनका सिनेमा के इतिहास में विशेष स्थान रहा है। ऐसी ही कालजयी फिल्म है 'मुगल-ए-आजम', जिसे दिलीप के अभिनय ने जीवंत कर दिया है।
यह फिल्म 5 अगस्त, 1960 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म में दिलीप ने राजकुमार सलीम का किरदार निभाया था।
फिल्म में दिलीप और अभिनेत्री मधुबाला की केमिस्ट्री की कोई बराबरी नहीं है।
2004 में फिल्म का रंगीन वर्जन भी रिलीज किया गया था।
#3
गंगा जमुना
1961 की इस फिल्म में उनके साथ वैजयंती माला ने काम किया था।
कहानी में गंगा और जमुना एक विधवा मां के दो बेटे हैं। गंगा, मां के साथ एक जमींदार के यहां काम करता है और जमुना पढ़ाई करके एक पुलिस अफसर बन जाता है।
रिपोर्ट्स की मानें तो यह दिलीप साहब द्वारा प्रोड्यूस की गई एकमात्र फिल्म है।
खास बात यह है कि अरुणा ईरानी इस फिल्म में बाल कलाकार के रूप में नजर आई थीं।
#4
नया दौर
दिलीप कुमार की बात हो रही हो, तो अनायास ही आप 'उड़े जब-जब जुल्फें तेरी' गुनगुनाने लगते हैं। यह यादगार गीत 'नया दौर' का है जिसमें दिलीप कुमार और वैजयंती माला की जोड़ी खूब जमी थी।
यह फिल्म 1957 में आई थी।
इसमें पहले मधुबाला को कास्ट किया गया था। उन्होंने 10 दिन फिल्म की शूटिंग भी की थी, लेकिन उनके पिता ने उन्हें मुंबई से बाहर जाने से मना कर दिया जिसके बाद उन्हें फिल्म से बाहर होना पड़ा।
#5
क्रांति
एक्शन से भरपूर फिल्म 'क्रांति' में दिलीप का अलग ही अंदाज देखने को मिला था। यह फिल्म 1981 में रिलीज हुई थी। इसका निर्देशन मनोज कुमार ने किया था।
फिल्म में अभिनेता शशि कपूर, शत्रुघ्न सिन्हा और हेमा मालिनी को मुख्य भूमिका में देखे गए।
फिल्म में 1825 से 1875 के बीच के भारत के स्वतंत्रता संग्राम की कहानी को फिल्माया गया है। फिल्म की पटकथा जावेद अख्तर और सलीम खान ने लिखी थी।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
अभिनेता का असल नाम युसुफ खान था। फिल्मों में आने के बाद अभिनेत्री देविका रानी की सलाह पर उन्होंने अपना नाम दिलीप कुमार रख लिया था। 7 जुलाई, 2021 को 98 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया था।