रानी मुखर्जी अपनी आवाज के चलते सुनती थी ताने, बोलीं- ध्यान देती तो नहीं बनती अभिनेत्री
रानी मुखर्जी हिंदी सिनेमा की सबसे पसंदीदा अभिनेत्रियों में से एक हैं, जो अपने बेहतरीन अभिनय से लोगों का दिल जीत लेती हैं। इन दिनों अभिनेत्री अपनी फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं, जिसके ट्रेलर को दर्शकों ने शानदार प्रतिक्रिया दी हैं। 17 मार्च को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली इस फिल्म का निर्देशन आशिमा छिब्बर ने किया है। हाल ही में अभिनेत्री ने बॉलीवुड में अपने शुरुआती सफर के बारे में बात की।ß
लोगों की राय पर ध्यान नहीं देतीं रानी
रानी पिंकविला के 'वुमन अप सीजन 4' में नजर आई थीं। यहां अभिनेत्री ने आलोचनाओं से निपटने के साथ ही खुलासा किया कि बहुत से लोगों ने नहीं सोचा था कि उनकी आवाज ही उनके लिए खास बन जाएगी। करियर के शुरुआती दौर में लोगों की अलग-अलग तरह की राय को लेकर उन्होंने कहा, "मैं खुद का विश्वास बनाने और उससे जुड़ी रहने में विश्वास करती हूं। मैं इससे चिंतित नहीं होती कि लोगों की राय मेरे प्रति क्या है।"
अपने सिद्धांतों के अनुसार जीना चाहिए- रानी
रानी ने कहा, "अगर मैं लोगों की राय पर गौर करना शुरू कर दूं तो मुझे अपने लिए नहीं बल्कि दूसरों के लिए जीना शुरू करना होगा। एक अभिनेत्री ही नहीं, एक इंसान होने के नाते भी हमें अपने सिद्धांतों और स्वयं के सही-गलत के अनुसार जीना चाहिए।" उन्होंने कहा, "आपका सही मेरा गलत हो सकता है और मेरा गलत आपका सही हो सकता है। अगर मुझे लोगों की राय का सोचकर जीना होता तो मैं अभिनेत्री नहीं बन पाती।"
बेकार की आलोचना को तवज्जो नहीं देतीं रानी
रानी ने कहा कि उनके लिए जो महत्वपूर्ण है वो यह है कि अच्छी बात को समझना और बुरे को अपने दिमाग में रखना, लेकिन उसका असर नहीं होने देना। उन्होंने कहा, "अगर कोई मेरी आलोचना करता है और वो सही है तो मैं उसे समझकर ठीक करने की कोशिश करूंगी, लेकिन अगर कोई आलोचना सिर्फ इसलिए है क्योंकि इसके पीछे कोई एजेंडा है तो आपको इसे ज्यादा तवज्जो देने की जरूरत नहीं है।"
अपनी आवाज को लेकर कही यह बात
रानी ने कहा, "अगर मुझे विश्वास करना होता कि लोग मेरी आवाज के बारे में क्या सोचते हैं तो इसे इतने लोगों का प्यार नहीं मिलता।" उन्होंने कहा, "अगर मैंने अपनी फिल्मों को डब नहीं किया होता तो लोग मुझे मेरी आवाज से पहचानते हैं और मेरे लिए यह आश्चर्यजनक है क्योंकि बहुत से लोगों ने नहीं सोचा था कि मेरी आवाज ही खास होगी। खुद पर विश्वास के साथ ही कुछ चीजें भगवान और दर्शकों पर छोड़नी चाहिए।"
मां के संघर्ष की कहानी पर्दे पर ला रही हैं रानी
'मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे' की बात करें तो इसकी कहानी सच्ची घटना पर आधारित है, जो एक मां के संघर्ष को दिखाती है। इस फिल्म में एक महिला की कहानी देखने को मिलेगी जो नॉर्वे में अपने परिवार के साथ रहती है, लेकिन फिर कुछ ऐसा होता है कि उसके बच्चे उससे दूर हो जाते हैं। ऐसे में वह पूरे देश के खिलाफ लड़ाई लड़ती है। इस फिल्म में अनिर्बान भट्टाचार्य, नीना गुप्ता और जिम सरभ भी शामिल हैं।