'शमशेरा' के फ्लॉप होने पर रणबीर ने चुप्पी तोड़ी, कही ये बात
रणबीर कपूर इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म 'ब्रह्मास्त्र' को लेकर चर्चा में हैं। अयान मुखर्जी द्वारा निर्देशित यह फिल्म शुक्रवार को पर्दे पर रिलीज होगी। इससे पहले रणबीर जुलाई में आई फिल्म 'शमशेरा' में नजर आए थे। रणबीर के दमदार प्रदर्शन के बाद भी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई थी। इसके लिए सोशल मीडिया पर रणबीर की खूब किरकिरी हुई थी। इस मुद्दे पर पहली बार रणबीर ने अपनी चुप्पी तोड़ी है।
फिल्म फ्लॉप होने पर क्या बोले रणबीर कपूर?
'शमशेरा' ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर करीब 27 करोड़ 88 लाख रुपये का कलेक्शन किया, जबकि फिल्म का बजट 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का था। मीडिया से बातचीत में रणबीर ने शमशेरा की असफलता पर पहली बार सार्वजनिक रूप से बात की है। रणबीर ने कहा, "अगर शमशेरा बॉक्स ऑफिस पर नहीं चली तो इसका मतलब है फिल्म दर्शकों को पसंद नहीं आई। अगर फिल्म दर्शकों को पसंद नहीं आई, मतलब फिल्म का कंटेट अच्छा नहीं था।"
संजय दत्त ने भी इंस्टाग्राम पर कही थी दिल की बात
इससे पहले संजय दत्त भी फिल्म के बारे में अपने दिल की बात कह चुके हैं। उन्होंने फिल्म के बारे में इंस्टाग्राम पर एक लंबा नोट लिखा था। उन्होंने लिखा था, "मुझे उम्मीद है कि शमशेरा को कभी न कभी अपनी बिरादरी मिल जाएगी। जब तक वह नहीं मिलती मैं फिल्म के साथ, हमने जो यादें बनाई हैं, जो रिश्ते बनाए हैं, जो मुश्किलें हमने झेली हैं, उनके साथ मजबूती से खड़ा हूं।"
22 जुलाई को रिलीज हुई थी फिल्म
'शमशेरा' बड़े पर्दे पर 22 जुलाई को रिलीज हुई थी। इस फिल्म में रणबीर कपूर के साथ संजय दत्त, वाणी कपूर मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में रॉनित रॉय और सौरभ शुक्ला ने भी अभिनय किया है। फिल्म का निर्देशन करण मल्होत्रा ने किया है। वहीं इसका निर्माण यशराज फिल्म्स के बैनर तले किया गया था। सिनेमाघरों के बाद फिल्म अमेजन प्राइम पर रिलीज की गई है। IMDb पर फिल्म की रेटिंग 4.9 है।
कैसी है फिल्म की कहानी?
'शमशेरा' की कहानी 1871 में एक काल्पनिक शहर काजा पर आधारित है। काजा की खमेरन जाति गौरव और सम्मान के साथ जीना चाहती है। शमशेरा के नेतृत्व में इस जाति के लोग उच्च जाति की प्रताड़ना से निकलना चाहते हैं, लेकिन उच्च जाति के साथ अंग्रेजों से उन्हें दोहरी लड़ाई लड़नी पड़ती है। अंग्रेज धोखे से शमशेरा को मार देते हैं और समूची जाति को कैद कर लेते हैं। शमशेरा का बेटा बल्ली इन्हें आजाद कराने का जिम्मा उठाता है।