रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक रामोजी राव नहीं रहे, नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
प्रसिद्ध मीडिया दिग्गज और रामोजी फिल्म सिटी के संस्थापक रामोजी राव का शनिवार सुबह हैदराबाद में निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और उनका हैदराबाद में इलाज चल रहा था। वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्होंने शनिवार सुबह 3 बजकर 45 मिनट पर अंतिम सांस ली। उनके जाने के बाद दक्षिण भारतीय सिनेमा से लेकर बॉलीवुड तक में शोक की लहर है।
रामोजी के निधन से बेहद दुखी हैं मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा, 'रामोजी राव के निधन से बहुत दुखी हूं. वह दूरदर्शी थे, जो भारतीय मीडिया में क्रांति लेकर आए। उनके योगदान ने पत्रकारिता और फिल्मी दुनिया पर अमिट छाप छोड़ी है। रामोजी में भारत के विकास को लेकर बहुत जज्बा था। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे उनसे मिलने और उनसे बात करने के कई अवसर मिले। इस मुश्किल समय में उनके परिवार, दोस्तों और असंख्य प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।'
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राजनाथ सिंह ने भी जताया शोक
उधर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने एक्स पर लिखा, 'रामोजी के निधन से दुखी हूं। वह तेलुगु मीडिया के दिग्गज थे, जिन्होंने मीडिया, फिल्मों और मनोरंजन जगत में अमिट छाप छोड़ी। उनका निधन मीडिया और फिल्म जगत के लिए बहुत भारी क्षति है। मेरी संवेदनाएं इस दुख की घड़ी में उनके परिवार और शुभचिंतकों के साथ हैं।' केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने लिखा, 'रामोजी राव के निधन से दुखी हूं। तेलुगु मीडिया और पत्रकारिता में उनका योगदान सराहनीय है।'
पद्म विभूषण से सम्मानित थे रामोजी
रामोजी मीडिया के क्षेत्र में बड़ा नाम थे। उनके कई बिजनेस वेंचर और प्रोडक्शन हाउस हैं, जिनमें हैदराबाद स्थित देश का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो रामोजी फिल्म सिटी, उषा किरण मूवीज, मयूरी फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स, मार्गदर्शी चिट फंड और डॉल्फिन ग्रुप ऑफ होटल्स शामिल हैं। रामोजी ETV नेटवर्क के टेलीविजन चैनलों और तेलुगु अखबार ईनाडु के भी प्रमुख थे। उन्हें पत्रकारिता, साहित्य और शिक्षा में योगदान के लिए 2016 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था।
कुछ साल पहले हुआ था कैंसर
रामोजी राव का पूरा नाम चेरुकुरी रामोजी राव था। कुछ साल पहले उन्हें कैंसर हुआ था। हालांकि, इलाज के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गए थे। उनका जन्म 16 नवंबर 1936 को आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के पेडापरुपुडी गांव में एक किसान परिवार में हुआ था। रामोजी के परिवार में उनकी पत्नी रमा देवी और बेटा किरण हैं। रामोजी के छोटे बेटे चेरुकुरी सुमन की 7 सितंबर, 2012 को ल्यूकेमिया से मौत हो गई थी।