'रंग दे बसंती' का नहीं बन सकता सीक्वल, राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने बताई वजह
क्या है खबर?
इन दिनों बॉलीवुड में सीक्वल और रीमेक का दौर चल रहा है। बीते दिनों कई लोकप्रिय फिल्मों के सीक्वल की घोषणा हुई। निर्माता दर्शकों को लुभाने के लिए अपनी-अपनी फिल्मों की फ्रैंचाइज और यूनिवर्स बनाने में लगे हुए हैं।
ऐसे में बॉलीवुड की यादगार देशभक्ति फिल्म 'रंग दे बसंती' के सीक्वल की भी अक्सर चर्चा होती रहती है।
अब निर्माता-निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने साफ किया है कि वह कभी इस फिल्म का सीक्वल नहीं बना सकते हैं।
खबर
निर्देशक ने की पुष्टि, नहीं बनेगा सीक्वल
बॉलीवुड लाइफ से बातचीत में मेहरा ने कहा कि इस फिल्म का कोई सीक्वल नहीं बन रहा है।
उन्होंने कहा, "रंग दे बसंती के बारे में मुझे जो कहना था, मैं कह चुका हूं। मुझे कुछ और कहना होगा, तो वो भी कहूंगा, लेकिन किसी और फिल्म के बारे में, 'रंग दे बसंती' के बारे में नहीं। कुछ फिल्में होती हैं, जैसे जेम्स बॉन्ड, मिशन इम्पॉसिबल, जिनके सीक्वल की जरूरत होती है। मैं कॉलेज के छात्रों पर फिल्म बनाई थी।"
वजह
इस कहानी को दोबारा दिखाना मुमकिन नहीं- मेहरा
उन्होंने आगे कहा, "मैं अपने कॉलेज के दिनों में ऐसा ही था। सिस्टम से हमेशा शिकायत रहती थी, लेकिन इसके लिए कुछ करता भी नहीं था। कई लोग ऐसा ही करते हैं, वे आरामदेह नौकरी ले लेते हैं और सिस्टम की शिकायत करते रहते हैं। 'रंग दे बसंती' एक निजी फिल्म थी। जो मैं करना चाहता था पर कर नहीं सका, मैं चाहता था लोग उसे देखें। इस कहानी को दोबारा दिखाना मुमकिन नहीं है।"
फिल्म
2006 में आई थी फिल्म
फिल्म 'रंग दे बसंती' में आमिर खान मुख्य भूमिका में नजर आए थे। यह बॉलीवुड की अपनी तरह की खास देशभक्ति फिल्म है।
फिल्म में आमिर के अलावा कुणाल कपूर, सिद्धार्थ, आर माधवन और सोहा अली खान महत्वपूर्ण भूमिका में थीं। फिल्म के गानों ने लोगों के दिलों में खास जगह बनायी थी। फिल्म का संगीत एआर रहमान ने दिया था।
यह फिल्म 26 जनवरी, 2006 को रिलीज हुई थी। 'रंग दे बसंती' नेटफ्लिक्स पर देखी जा सकती है।
रोचक जानकारी
फरहान अख्तर को भी मिला था प्रस्ताव
फिल्म में करण का किरदार मेहरा ने पहले फरहान अख्तर को दिया था।
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि उन दिनों फरहान अपनी फिल्म 'दिल चाहता है' की सफलता से गदगद थे और 'लक्ष्य के निर्देशन में व्यस्त थे।
वह मेहरा के इस प्रस्ताव के लिए राजी नहीं हुए, क्योंकि उस वक्त वह अभिनय को लेकर आश्वस्त नहीं थे और निर्देशन पर ही ध्यान दे रहे थे।
इसके बाद यह भूमिका सिद्धार्थ की झोली में आई।