राहुल बोस पर शिमला राजघराने ने लगाया फर्जीवाड़े का आरोप, कैसे हाई कोर्ट पहुंचा विवाद?
क्या है खबर?
अभिनेता और रग्बी फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष राहुल बोस विवादों में हैं। हिमाचल प्रदेश में उनके खिलाफ फर्जी हिमाचल निवासी प्रमाण पत्र लेने के आरोप लगाए गए हैं, जिसे लेकर पूरे खेल जगत में हलचल मच गई है। शिमला राजघराने की दिव्या कुमारी ने दावा किया है कि राहुल ने स्थानीय रग्बी एसोसिएशन को मान्यता देने का वादा किया था, लेकिन वादा तोड़ने के साथ-साथ उन्होंने अपना पद मजबूत करने के लिए गलत तरीके से डोमिसाइल सर्टिफिकेट लिया।
आरोप
राहुल पर लगा ये आरोप
दावा है कि राहुल ने फेडरेशन में अपनी पकड़ मजबूत रखने और वोटिंग पावर हासिल करने के लिए फर्जी हिमाचल निवासी प्रमाण पत्र लिया। दिव्या ने मामले को उजागर करते हुए आरोप लगाया है कि राहुल ने स्थानीय रग्बी यूनिट को मान्यता देने का भरोसा दिलाया था, लेकिन बाद में न सिर्फ वादा तोड़ा, बल्कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे खुद को फायदा पहुंचाने की कोशिश की। मामला अब हाई कोर्ट में पहुंच चुका है, जहां 18 दिसंबर को सुनवाई होगी।
मामला
कब शुरू हुआ मामला?
मामले की शुरुआत 2023 में होती है, जब राहुल का सीधा संपर्क शिमला के राजघराने खासकर जुब्बल रियासत की दिव्या से हुआ। हिमाचल में रग्बी लगभग अछूता खेल था, लेकिन उससे जुड़े स्थानीय खिलाड़ी और युवा इसे पहचान दिलाने का मौका तलाश रहे थे। उसी दौरान राहुल ने दिव्या को भरोसा दिया कि वाे हिमाचल में एक आधिकारिक राज्य स्तरीय रग्बी एसोसिएशन स्थापित करने, उसे संरचित रूप देने और रग्बी फेडरेशन ऑफ इंडिया से मान्यता दिलाने में उनका साथ देंगे।
आरोप
2 साल की मेहनत पर पानी, राहुल ने पलट दी पूरी कहानी
राहुल की मौजूदगी के कारण सभी को लगा कि ये सपना संभव है। उन पर भरोसा करते हुए हिमाचल के रग्बी खिलाड़ियों, कोचों और स्थानीय नेताओं ने 2 साल तक लगातार मेहनत की। कई जिलों में यूनिट्स बनाई गईं, सैकड़ों सदस्यों को जोड़ा और ट्रेनिंग कैंप से लेकर छोटे टूर्नामेंट तक सब आयोजित किया। धीरे-धीरे एक पूरी तरह सक्रिय और सुव्यवस्थित हिमाचल प्रदेश रग्बी एसोसिएशन खड़ा हो गया। एसोसिएशन बनकर तैयार था, लेकिन तभी राहुल ने पूरी कहानी पलट दी।
सवाल
राहुल के फर्जी हिमाचल निवासी प्रमाण पत्र पर बवाल
आरोप है कि राहुल ने एसोसिएशन को मान्यता दिलाने का वादा पूरा नहीं किया। इसके उलट उन्होंने खुद के लिए हिमाचल प्रदेश का फर्जी हिमाचल निवासी प्रमाण पत्र हासिल कर लिया। ये सर्टिफिकेट फर्जी तरीके से लिया गया, ताकि वो रग्बी फेडरेशन में वोटिंग पावर और पद बनाए रख सकें। दिव्या और स्थानीय नेताओं के मुताबिक ये वही भरोसा था, जिसे तोड़कर उनके सपने और मेहनत पर चोट पहुंचाई गई। यहीं से विवाद बढ़ा और मामला सीधे कोर्ट तक पहुंचा।
सफरनामा
राहुल के करियर पर एक नजर
राहुल रग्बी खिलाड़ी होने के साथ-साथ एक समय क्रिकेटर भी रह चुके हैं। उन्होंने क्रिकेट की शुरुआती ट्रेनिंग मंसूर अली खान पटौदी (सैफ अली खान के पिता) से ली थी। अपनी मां के निधन के बाद राहुल ने करियर की शुरुआत कॉपीराइटर के रूप में की, लेकिन फिर उनका रुझान अभिनय की ओर बढ़ा। साल 1998 में उन्होंने 'द परफेक्ट मर्डर' से बॉलीवुड में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने 'प्यार के साइड इफेक्ट्स' जैसी कई फिल्मों में बेहतरीन अभिनय किया।