पंकज त्रिपाठी ने बताया क्यों कभी गलत नहीं होता उनके किरदारों का चुनाव
क्या है खबर?
पंकज त्रिपाठी पर्दे पर अपनी शानदार प्रस्तुति से हमेशा दर्शकों का दिल जीतते हैं। पर्दे पर वह कॉमेडी से लेकर देशभक्ति तक का तड़का लगा चुके हैं।
उन्होंने गैंग्स्टर के किरदार से लेकर एक भावुक पिता के किरदार में दर्शकों का मनोरंजन किया है।
इन दिनों वह अपनी फिल्म 'कड़क सिंह' को लेकर चर्चा में हैं। यह फिल्म 8 दिसंबर को ZEE5 पर आएगी। फिल्म के प्रचार के दौरान उन्होंने किरदारों के साथ प्रयोग करने पर अपना अनुभव साझा किया।
प्रयोग
किरदारों के चुनाव पर पंकज को पूरा भरोसा
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में पंकज ने कहा, "जब भी मैंने किसी फिल्म में नए तरह के किरदार के साथ प्रयोग किया है, मुझे पता था कि यह लोगों को पसंद आएगा।"
उन्होंने आगे कहा, "जो नहीं चला, वो मुझे पहले दिन से पता था कि यह नहीं चलेगा, तो मेरा चुनाव कभी गलत नहीं हुआ है।"
पकंज ने बताया कि ऐसे 5-6 साल पहले होता था, जब उन्हें स्क्रिप्ट भी नहीं दी जाती थी।
अतीत
...जब पैसों के लिए कोई भी किरदार निभा लेते थे पंकज
उन्होंने आगे कहा, "मुझे फिल्म के बारे में और मेरे दृश्यों के बारे में बता दिया जाता था, बस। मुझे जरूरत थी उस वक्त पैसों की, काम करने की, तो जानते-बूझते भी मैंने कर लिया। भूखा आदमी मेन्यू नहीं देखता। उसे बस खाना चाहिए। अब ऐसा नहीं होता है। 'कड़क सिंह' के साथ भी मैंने अपनी छवि तोड़ने की कोशिश की है और मुझे पता है कि दर्शक इसे पसंद करेंगे।"
चुनौती
'कड़क सिंह' में क्यों फंस गए पंकज?
पंकज ने कहा कि हर प्रोजेक्ट में निर्देशक उनसे अपने अंदाज में कॉमेडी करने की उम्मीद करते हैं, लेकिन 'कड़क सिंह' में उनका किरदार उनके लिए चुनौती बन गया।
उन्होंने बताया, "कड़क सिंह में मेरा किरदार एक गंभीर व्यक्ति का है, जो कभी मुस्कुराता भी नहीं है। यह बहुत चुनौतीपूर्ण था। फिल्म की शूटिंग के दौरान मेरे अंदर का कलाकार अपने आप मजाक की तरफ मुड़ जाता था। मुझे खुद को काफी तैयार करना पड़ा।"
बयान
पंकज ने बताया क्यों मिलता हैं उन्हें दर्शकों का प्यार
एक अन्य इंटरव्यू में पंकज ने लोगों से मिलने वाली प्रशंसा पर बात की।
उन्होंने कहा, "लोग मुझसे ज्यादा कहानियों से जुड़ते हैं। यह मेरे किरदारों और इन कहानियों का प्रभाव है। इसमें थोड़ा श्रेय मेरे सफर का है। लोगों को लगता है कि ये कौन है और यहां तक कैसे पहुंचा। जो प्यार मुझे आज मिलता है, वह इन सबका मिश्रण है। मैं खुद को विनम्र महसूस करता हूं।"