#NewsBytesExplainer: बायोपिक बनाने के लिए किस-किस से लेनी होती है मंजूरी, जानिए सबकुछ
बॉलीवुड में पिछले कुछ सालों में बायोपिक बनाने का चलन खूब बढ़ा है। बायोपिक निर्माताओं के पसंदीदा विषयों में से एक हो गया है। बीते कुछ सालों में खिलाड़ियों, सैन्य हस्तियों पर और राजनीतिक और ऐतिहासिक व्यक्तियों पर कई बायोपिक देखने को मिलीं। किसी व्यक्ति के जीवन पर फिल्म बनाने के लिए किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है? यह अन्य मसाला फिल्मों से कैसे अलग है? आइए विस्तार से जानते हैं बायोपिक की बारीकियों के बारे में।
आम फिल्मों से मुश्किल है बायोपिक
बायोपिक यानी कि बायोग्राफिकल पिक्चर। किसी व्यक्ति की जीवनी पर आधारित फिल्म को बायोपिक कहते हैं। बायोपिक की स्क्रिप्ट लिखना आम फिल्म से ज्यादा चुनौतिपूर्ण होता है, क्योंकि यह तथ्यों पर आधारित होती है। आमतौर पर किसी मशहूर व्यक्ति के बारे में कई तरह की अफवाहें प्रचलित होती हैं। ऐसे में फिल्ममेकर को तथ्यों को लेकर काफी सावधान रहने के जरूरत है। बायोपिक बनाने से पहले उस व्यक्ति के बारे में गहरी रिसर्च की जरूरत होती है।
नहीं है कोई ठोस कानून
किसी व्यक्ति के जीवन पर फिल्म बनाने के लिए भारत में कोई ठोस कानून नहीं है। यही वजह है, इस तरह की फिल्मों में दिखाए गए तथ्यों पर अक्सर विवाद होता है। कानून न होने की वजह से इनपर फिल्म बनाने को लेकर कोई तय नियम नहीं है। इन हस्तियों के पास निजता का अधिकार है। यह अधिकार संविधान के आर्टिकल-21 (जीने के अधिकार) के तहत आता है। ऐसे में इसका लाभ सिर्फ जीवित व्यक्तियों के पास है।
जीवित व्यक्ति की बायोपिक में उसकी इजाजत जरूरी
किसी जीवित व्यक्ति पर फिल्म बनाने के लिए निर्माता को व्यक्ति की इजाजत की जरूरत है। ऐसा इसलिए भी जरूरी है क्योंकि उसपर रिसर्च करने के लिए निर्माता और कलाकारों को उसके सहयोग की जरूरत होगी। जीवित व्यक्ति की बायोपिक के लिए अकसर व्यक्ति खुद फिल्ममेकर को अपनी कहानी सुनाता है। वह अपने जीवन से जुड़े अनसुने पहलुओं के बारे में बताता है। 'एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी', 'मैरी कॉम', 'सायना' ऐसी फिल्मों का उदाहरण है।
मृत व्यक्ति की बायोपिक में प्राथमिक परिवार देगा इजाजत
भले ही मृत व्यक्तियों पर फिल्म बनाने का कोई ठोस नियम नहीं है, लेकिन नैतिकता के आधार पर फिल्म निर्माताओं को कुछ बातों का ध्यान रखना होता है। जैसे, किसी मृत व्यक्ति के परिवार के करीबी सदस्य, माता-पिता, बच्चे, पति/पत्नि मौजूद हों तो उनसे इजाजत लेनी चाहिए। उस शख्स के बारे में प्राथमिक जानकारी भी परिवार के सदस्यों से ही मिलती है। विक्रम बत्रा पर बनी सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म 'शेरशाह' उनके परिवार के सहयोग से ही बनी थी।
ऐतिहासिक शख्सियत पर बायोपिक में इन बातों का ध्यान रखना जरूरी
यदि किसी ऐतिहासिक शख्सियत पर फिल्म बनानी हैं, जिसका प्राथमिक परिवार भी मौजूद न हो, ऐसे व्यक्तियों की बायोपिक बनाने का कोई ठोस नियम नहीं है। निर्माता अपनी जानकारी और रिसर्च के अनुसार फिल्म बना सकते हैं। ऐसी फिल्मों में तथ्यों को लेकर सावधानी बरतनी पड़ती है। निर्माताओं को यह भी ध्यान में रखना होता है कि उस शख्सियत से जुड़े लोगों या समुदाय की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। 'पद्मावत', 'सम्राट पृथ्वीराज', जैसी फिल्में ऐसी फिल्मों का उदाहरण हैं।
किताब पर आधारित बायोपिक में चाहिए प्रकाशक की मंजूरी
कई बार फिल्ममेकर किसी के जीवन पर आधारित फिल्म बनाने के लिए किसी किताब का सहारा लेते हैं। ऐसे में उन्हें किताब के प्रकाशक से इजाजत लेनी जरूरी है। ऐसा न करने पर, प्रकाशक या लेखक निर्माता पर कॉपीराइट कानून के उल्लंघन के लिए मुकदमा कर सकते हैं। ऐतिसाहिक शख्सियतों पर बनने वालीं ज्यादातर बायोपिक किसी किताब पर ही आधारित होती हैं। आलिया भट्ट की 'राजी' हरिंदर सिक्का की किताब 'सहमत कॉलिंग' पर आधारित थी।
इन ऐतिहासिक शख्सियतों पर बन रही है बायोपिक
आने वाले समय में कई बायोपिक देखने को मिलेंगी। रणदीप हुड्डा 'स्वतंत्रवीर सावरकर' में वीर सावरकर की जीवनी को पर्दे पर उतारेंगे। इस फिल्म का निर्देशन भी वह खुद कर रहे हैं। अटल बिहारी बाजपेयी की बायोपिक 'मैं अटल हूं' में पंकज त्रिपाठी उनका किरदार निभाएंगे। पिछले साल वाजपेयी की जयंती पर फिल्म से उनका लुक सामने आया था। अक्षय कुमार की छत्रपति शिवाजी पर बन रही मराठी फिल्म में शिवाजी के किरदार में नजर आएंगे।
इन समसामयिक लोगों पर भी बन रही बायोपिक
ऐतिसाहिक किरदारों के अलावा कई समसामयिक शख्सियतों की बायोपिक भी कतार में है। अनुष्का शर्मा क्रिकेटर झूलन गोस्वामी की बायोपिक में उनका किरदार निभाएंगी। वेब सीरीज 'ताली' में सुष्मिता सेन सामाजिक कार्यकर्ता गौरी की भूमिका में दिखेंगी। कश्मीर की बहादुर पुलिस अधिकारी रुखसाना कौसर की बायोपिक में श्रद्धा कपूर उनकी भूमिका निभा रही हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की बायोपिक लंबे समय से चर्चा में है।