'IC814' विवाद के बीच कंधार हाईजैक की यात्री ने बताई आपबीती, बोलीं- आतंकियों ने खिलाई अंताक्षरी
क्या है खबर?
नेटफ्लिक्स पर कंधार हाईजैक पर बनी वेब सीरीज 'IC 814' को लेकर हो रहे विवाद के बीच उन यात्रियों की बातचीत भी सामने आई है, जो उस समय विमान में सवार थे।
ऐसी ही एक महिला यात्री पूजा कटारिया, जो हाईजैक में जीवित बची थीं, उन्होंने समाचार एजेंसी ANI से अपनी आपबीती साझा की।
उन्होंने बताया कि विमान में 5 आतंकवादी थे और आतंकी जिस नाम से खुद को आपस में पुकार रहे थे, सीरीज में वही दिखाया गया है।
आपबीती
आतंकियों ने अंताक्षरी भी खिलाई थी- कटारिया
कटारिया ने बताया, "हम नेपाल में हनीमून मनाकर वापस आ रहे थे। हाईजैक हुआ तो यह हमने पहली बार सुना था। 2 दिन तो उन्होंने सिर्फ हेडडाउन कराया था। 5 आतंकी थे वहां। उड़ान के आधे घंटे बाद ही उन्होंने उठकर हाईजैक की घोषणा की थी। सबकी हालत बुरी थी। हमें ये भी नहीं पता था कि हम कंधारे में थे। बर्गर नाम का आतंकवादी दोस्ताना व्यवहार दिखा। वह अंताक्षरी खिलवा रहा था। उन्होंने इस्लाम धर्म अपनाने को कहा था।"
सच
आतंकियों के नाम सच में भोला-शंकर था- कटारिया
कटारिया ने बताया कि आतंकियों के नाम सच में भोला-शंकर थे। उन्होंने रखे हुए थे। लोग पता नहीं क्यों इतनी आपत्ति जता रहे हैं। इसे एक मनोरंजन की तरह लेना चाहिए।
कटारिया ने बताया कि शायद वह कोड नाम थे, लेकिन वो आपस में भोला शंकर और कोड नाम ही बोलते थे। कहते थे कि भोला इधर आओ।
सीरीज में सबकुछ सही दिखाया है, कुछ भी अतिरिक्त नहीं है। उस समय सरकार की नाकामी सामने आई थी।
ट्विटर पोस्ट
कंधार हाईजैक में बची यात्री ने खुलकर की बात
#WATCH | Chandigarh | Following Netflix’s ‘IC 814’ controversy, Pooja Kataria, a survivor of the IC-814 Kandahar hijacking says, "There were 5 terrorists on board the aircraft. Half an hour after the flight took off the terrorists declared that the flight was hijacked. We were… pic.twitter.com/r2EXgHm2bA
— ANI (@ANI) September 4, 2024
विवाद
क्या है सीरीज को लेकर विवाद?
'IC 814' इंडियन एयरलाइंस के विमान IC 814 के अपहरण पर आधारित है। विमान को 6 आतंकियों (इब्राहिम अख्तर, शाहिद अख्तर, सन्नी, अहमद काजी, जहूर मिस्त्री और शाकिर) ने हाईजैक किया था।
इस सीरीज में आतंकियों के नाम भोला, शंकर, बर्गर, चीफ और डॉक्टर रखे गए हैं। इसको लेकर ही विवाद है। हालांकि, अब आतंकियों के असली नामों को सीरीज में दिखा दिया गया है।
नेटफ्लिक्स के कटेंट प्रमुख भी सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय के सामने पेश हुए थे।