क्या भारत विरोधी कंटेंट रोकने के लिए RSS ने की नेटफ्लिक्स के साथ मीटिंग?
जहां एक तरफ खबरें हैं कि सूचना और प्रसारण मंत्रालय, डिजिटल कंटेट को सेंसरशिप के अधीन लाने पर विचार कर रहा है वहीं, रिपोर्ट्स ये भी हैं कि नेटफ्लिक्स की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के साथ कई अनोपचारिक बैठकें हुईं हैं। कहा जा रहा है कि RSS, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर हिंदुत्व विरोधी और भारत विरोधी सामग्री के प्रसारण पर रोक लगाना चाहता है। अब इन खबरों पर नेटफ्लिक्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
नेटफ्लिक्स ने रिपोर्ट्स का किया खंडन
नेटफ्लिक्स इंटरनेशनल ऑरिजिनल्स की हेड श्रष्टि बहल आर्या ने इन रिपोर्ट्स का खंडन किया है कि RSS के वरिष्ठ अधिकारियों ने भारत-विरोधी और हिंदुत्व विरोधी सामग्री को प्रतिबंधित करने के लिए नेटफ्लिक्स के साथ बैठकें की हैं।
यह एक फेक न्यूज़- ऋष्टि
जियो मियामी के 21वें मुंबई फेस्टिवल के आर्टिस्टिक फ्रीडम: मैपिंग ऑउट द इंटरटेनमेंट स्टोरी के दौरान श्रष्टि से इन रिपोर्ट्स पर सवाल किया गया। इसका जवाब देते हुए श्रष्टि ने कहा, "यह सही स्टोरी नहीं है। इस तरह की कोई भी मीटिंग नहीं हुई है। यह एक फेक न्यूज़ है।" श्रष्टि ने यह भी कहा कि नेटफ्लिक्स और RSS के बीच किसी भी तरह की कोई भी अनौपचारिक मुलाकात नहीं हुई है।
क्या थी रिपोर्ट्स?
रिपोर्ट्स थीं कि RSS चाहता है कि ऑनलाइन माध्यम में भारतीय संस्कृति से संबंधित कार्यक्रम ही दिखाएं जाएं। RSS के प्रतिनिधि इसके लिए दिल्ली और मुंबई में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के अधिकारियों से छह बैठक कर चुके हैं। यह भी कहा गया था कि RSS कश्मीर पर भारतीय दृष्टिकोण की आलोचना करने वाली या हिंदू प्रतीक और भारतीय सेना को अपमानित करने वाली सामग्री को ऑनलाइन माध्यम से प्रतिबंधित करना चाहता है।
कानून का करेंगे पालन- श्रष्टि
बता दें कि इस पैनल में अमेजन प्राइम की इंडिया ऑरिजिनल्स की हेड अपरना पुरोहित, म्यूजीशियन सोना मोहपात्रा और अभिनेत्री शोभिता धुलिपाला भी मौजूद थे। इस दौरान श्रष्टि और अपरना से डिजिटल कंटेट पर सेंसरशिप की अटकलों पर सवाल किया गया। इसके जवाब में अपरना ने कहा, "हम भूमि कानून का पालन करना जारी रखेंगे।" श्रष्टि ने भी कहा कि कानून द्वारा जैसा आदेश दिया जाएगा वह उसका पालने करेंगे।