
'नीयत' रिव्यू: सस्पेंस के बावजूद नहीं मिलता रोमांच, राम कपूर-विद्या बालन ने बचाई फिल्म
क्या है खबर?
अभिनेत्री विद्या बालन बीते कुछ दिनों से अपनी स्पाई थ्रिलर फिल्म 'नीयत' के लिए चर्चा में हैं। 7 जुलाई को यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है।
ट्रेलर आने के बाद फिल्म पर 'ग्लास अनियन' की कॉपी होने के आरोप लग रहे थे। ट्रेलर से यह फिल्म एक रोचक मर्डर मिस्ट्री मालूम पड़ती है, जिसमें विद्या एक जासूस का किरदार निभा रही हैं।
आपको बताते हैं रोमांच के मामले में कैसी रही यह फिल्म।
कहानी
एक टापू, कुछ मेहमान और रहस्यमई मौतों की गुत्थी
एक रईस भारतीय बिजनेसमैन, आशीष कपूर एक टापू पर अपने जन्मदिन की पार्टी देता है। इसमें वह अपने कुछ पुराने और करीबी दोस्तों को बुलाता है।
उसी शाम आए तूफान के कारण इस टापू का बाकी दुनिया से संपर्क टूट जाता है और वहां बचते हैं सिर्फ आशीष और उसके मेहमान।
पार्टी के बीच उसकी मौत हो जाती है। मौत की गुत्थी सुलझाने में कई रहस्यमई मौतें होती हैं। इन मौतों का सच जानने की रोचक कहानी है यह फिल्म।
राम कपूर
बेहतरीन रहे राम कपूर
फिल्म के केंद्र में राम कपूर (आशीष) और विद्या बालन (मीरा रॉय) के किरदार हैं।
आशीष एक रईस बिजनेसमैन है, जो करोड़ों का कर्ज लेकर अपने देश से भागा हुआ है, लेकिन उसके भीतर अपने कर्मचारियों की जिंदगी तबाह करने का पछतावा है। उसका संघर्ष यह है कि वह अपने सगे लोगों पर भी भरोसा नहीं कर सकता है।
राम अपनी व्यक्तित्व और हाव भाव से अमीरी, पछतावा और चालाकी सबकुछ पर्दे पर सहजता से प्रदर्शित करते हैं।
विद्या बालन
इंटरवल के बाद विद्या की हुई फिल्म
फिल्म में विद्या बालन ने एक CBI अफसर, मीरा रॉय का किरदार निभाया है, जो किसी वजह से पार्टी के वक्त उस महल में होती है।
आशीष की मौत के बाद पूरी फिल्म विद्या के कंधों पर होती है। वह हर किसी पर पैनी नजर रखती है और आशीष के करीबियों के बीच उसके कातिल को ढूंढने का काम करती है।
एक अनजान टापू पर सतर्क अफसर के रूप में उन्होंने फिल्म को अपने कंधों पर उठाया है।
जानकारी
फिल्म में दिखी बड़ी स्टारकास्ट
राम और विद्या के अलाावा फिल्म में प्राजक्ता कोली, शशांक अरोड़ा, राहुल बोस, नीरज काबी, अमृता पूरी समेत कई कलाकार नजर आए हैं। सितारों की भीड़ में किसी को भी अपना दमखम दिखाने का भरपूर मौका नहीं मिला। शेफाली शाह का कैमियो प्रभावित करता है।
निर्देशन
रोमांच में ढीली पड़ी फिल्म
आशीष की पार्टी में मौजूद हर मेहमान उसका बेहद करीबी है। मीरा की जांच में पता चलता है कि सभी किरदारों की अपनी एक कहानी है और आशीष को मारने की एक वजह।
हालांकि, निर्देशक इन कहानियों को एक सूत्र में नहीं बांध पाए। ऐसे में ये कहानियों रोमांच पैदा करने की बजाए फिल्म को और ढीला बनाती हैं।
फिल्म देखते हुए दर्शक खुद 'जासूस' बन सकते थे, लेकिन ढीली प्रस्तुति ने मामला खराब कर दिया।
संगीत
संगीत देता है रोमांच का साथ
पूरी फिल्म में बात का जवाब ढूंढती है कि पार्टी में मौजूद आशीष के करीबियों में से उसका कातिल कौन है। यहां कोई किसी पर भरोसा नहीं कर सकता है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक इसी दागाबाजी को उभारने का काम करता है। फिल्म का गाना 'फरेबी' भी इसको रोचक बनाता है।
फिल्म का क्लाइमैक्स एक तगड़ा ट्विस्ट लेकर आता है। इस फिल्म का यही सबसे रोमांचक भाग है।
लोकेशन के मामले में भी फिल्म बेहतर लगती है।
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस
IMDb के अनुसार, फिल्म की शूटिंग स्कॉटलैंड के डनबीथ कासल में हुई है। कई साल पहले यहां असल में एक हत्या हुई थी। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि शूटिंग के दौरान क्रू के कुछ सदस्यों ने रहस्यमई चीजें अनुभव की थीं।
निष्कर्ष
देखें या न दखें?
क्यों देखें?- हल्का-फुल्का सस्पेंस पसंद करते हैं और बिना खून-खराबे वाली थ्रिलर फिल्म ढूंढ रहे हैं तो यह फिल्म देख सकते हैं। राम कपूर के लिए यह फिल्म देखी जा सकती है।
क्यों न देखें?- फिल्म में कड़ा रोमांच ढूंढेंगे तो निराश होंगे। आप इस फिल्म का OTT पर इंतजार कर सकते हैं।
न्यूजबाइट्स स्टार- 2.5/5
जानकारी
'ग्लास अनियन' की दिलाती है याद
फिल्म 'ग्लास अनियन' की आधिकारिक रीमेक नहीं है, लेकिन इसकी याद जरूर दिलाती है। नेटफ्लिक्स पर मौजूद इस फिल्म में भी करीबी दोस्तों के बीच आलीशान पार्टी के दौरान एक मौत होती है और हर किसी पर शक की सुई घूमती है।