ऐसे ऋषि कपूर की ताकत बनकर हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं नीतू कपूर
लंबे समय तक कैंसर से लड़ने के बाद अभिनेता ऋषि कपूर ने गुरुवार को दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके परिवार के लिए यह समय बेहद मुश्किल है। ऋषि को जब अपनी इस गंभीर बीमारी का पता चला था तो वह इलाज के लिए न्यूयॉर्क रवाना हो गए थे। इस दौरान पत्नी नीतू कपूर हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं। उनके चले जाने से नीतू ने न सिर्फ पति खोया, बल्कि उनका सबसे अच्छा दोस्त भी हमेशा के लिए चला गया।
नीतू कपूर ने लिखा ऋषि के लिए इमोशनल संदेश
नीतू कपूर ने पति ऋषि के निधन के बाद उनके नाम सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जारी किया है। इसे कपूर खानदान की ओर से स्टेटमेंट माना जा रहा है। इसमें उन्होंने बताया कि ऋषि का ध्यान हमेशा से ही अपने परिवार, दोस्तों और फिल्मों पर फोकस रहा है। वह अपनी बीमारी में भी खुश रहते थे। अक्सर लोग यह देखकर हैरान होते थे। उनकी इच्छा थी कि उन्हें आंसुओं से नहीं, बल्कि मुस्कान के साथ विदा किया जाए।
नीतू कपूर ने लिखा पोस्ट
नीतू कपूर ने हमेशा परिवार को दी सबसे ज्यादा अहमियत
नीतू कपूर 21 साल की उम्र में बॉलीवुड की लोकप्रिय अदाकाराओं में से एक थीं। इसी बीच उन्होंने एक ब्रेक लेकर ऋषि कपूर से शादी कर ली। इसके बाद वह करियर से ज्यादा परिवार को अहमियत देने लगीं। इस कारण उनका मजाक भी बनाया गया, लेकिन नीतू को इस पर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था, "मैं जब अपने बच्चों को देखती हूं तो मुझे बहुत खुशी होती है। मैंने जो किया मैं उससे खुश हूं।"
ऋषि कपूर ने भी किया था खुलासा
एक इंटरव्यू के दौरान ऋषि कपूर ने भी कहा था कि शादी के फिल्मों में काम न करना नीतू की अपनी मर्जी थी। उन्होंने कहा था, "नीतू में मुझसे तब शादी की जब वह 21 साल की थीं और उन्होंने अपना शुरुआती करियर ही छोड़ दिया।" ऋषि ने बताया कि उस समय सभी को लगने लगा कि कपूर परिवार नहीं चाहता कि उनकी बीवी काम करें। जबकि यह पूरी तरह से बकवास था।
जब नीतू और ऋषि की शादी का विवाद बना अखबारों की हेडलाइन
नीतू कपूर और ऋषि कपूर को बॉलीवुड के परफेक्ट कपल में से एक कहा जाता है। हालांकि, इनके बीच भी कुछ विवाद हुए हैं जो अक्सर अखबरों की हेडलाइन बन जाया करते थे, लेकिन 2010 में फिल्म 'दो दुनी चार' के प्रमोशन के दौरान नीतू ने अपनी शादी को लेकर खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि सभी की अपनी कुछ खामियां होती हैं, लेकिन आपको एक दूसरे को उनकी कमियों के साथ ही स्वीकार करना होता है।
बीमारी में मां की तरह ऋषि कपूर की सेवा करती थीं नीतू
ऋषि कपूर की जब बीमारी के बारे में पता चला को पूरा कपूर परिवार सहम गया था। सिर्फ एक नीतू कपूर ही थीं जिन्होंने हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने एक इंटरव्यू में भी कहा था, "मैं उनकी मां बन गई थी। जैसे कि वह मेरा तीसरा बच्चा है। उनका खाना, सोना और दवाई सभी का ऐसा ध्यान रखना था जैसे आप अपने बच्चे का रखते हैं। एक मां से बेहतर ये और कोई नहीं कर सकता था।"
नीतू कपूर के लिए एक खूबसूरत याद बन गए ऋषि
कैंसर के मरीज की हर चीज का ध्यान रखना बेहद मुश्किल होता है, लेकिन नीतू कपूर हर मुश्किल का सामना अपने चेहरे पर मुस्कान लिए करती गईं। सिर्फ इसलिए ताकि ऋषि कपूर को कभी बुरा महसूस न हो। उन्हीं की वजह से ऋषि इस बीमारी से लंबे समय तक लड़ पाए। हालांकि, नीतू ने उन्हें खो दिया, लेकिन वह एक मजबूत महिला हैं जो इस दुख से भी बाहर आ जाएंगी। ऋषि हमेशा उनकी यादों में उनके साथ रहेंगे।